सोमवार को ताज में गंगाजल चढ़ाने का किया था दावा
अखिल भारत ङ्क्षहदू महासभा की महिला सभा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर ने सोमवार दोपहर ताजमहल में भगवा ध्वज लहराया था। महासभा ने उनके द्वारा गंगाजल चढ़ाने का भी दावा किया था। इससे पूर्व शनिवार को महासभा के मथुरा के दो पदाधिकारियों विनेश चौधरी व श्यामबाबू ने ताजमहल में गंगाजल चढ़ाया था। एएसआइ और सीआइएसएफ ने आनन-फानन में सोमवार को मुख्य मकबरे पर पानी की बोतल ले जाने पर रोक लगा दी थी। मंगलवार को भी यह प्रतिबंध लागू रहा। मुख्य मकबरे की सीढिय़ां चढऩे से पूर्व ही चमेली फर्श पर पर्यटकों से पानी की बोतलें रखवा ली गईं। इससे मुख्य मकबरे पर जाने के बाद पर्यटकों को पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा। एएसआइ का दावा है कि मुख्य मकबरे पर पर्यटकों को जरूरत महसूस होने पर पानी की बोतल उपलब्ध करा दी जाएगी, लेकिन पर्यटकों को इसकी जानकारी उपलब्ध कराने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक ङ्क्षप्रस वाजपेयी ने बताया कि अखिल भारत ङ्क्षहदू महासभा ने आगामी सोमवार को भी गंगाजल चढ़ाने की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया है। मुख्य मकबरे पर पानी की बोतलें कर्मचारियों को उपलब्ध कराई हैं। जरूरत महसूस होने पर पर्यटक उनसे पानी की बोतल ले सकते हैं।
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कार्रवाई पर भी उठ रहे हैं सवाल
शनिवार को मुख्य मकबरे में गंगाजल चढ़ाने वाले विनेश चौधरी और श्यामबाबू को पुलिस को सौंपते हुए तहरीर दी थी। दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने उन्हें जेल भेजा था। सोमवार को भगवा ध्वज लहराने वाली मीरा राठौर के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनके पति बबलू राठौर से लिखित माफीनामा लेकर उन्हें छोड़ दिया गया। ताजमहल में बैठे पुलिसकर्मी दिनभर तहरीर मिलने का इंतजार करते रहे। मीरा राठौर ने भी पति से लिखित माफीनामा लेने पर सवाल उठाए हैं। इससे सीआइएसएफ की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
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सीआइएसएफ और एएसआइ का मुख्य मकबरे पर पानी की बोतल ले जाने पर रोक लगाने का निर्णय उचित नहीं है। अपनी नाकामी पर पर्दा डालने को यह कदम उठाया गया है। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री से इसकी शिकायत की जाएगी।
-शम्सुद्दीन, अध्यक्ष एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन
मुख्य मकबरे पर पर्यटक एक तरफ स्थित सीढिय़ों से ऊपर जाते हैं और दूसरी ओर की सीढिय़ों से नीचे उतरते हैं। इस स्थिति में वह पानी की बोतल कहां रखेंगे और लौटते समय कहां से प्राप्त करेंगे। एएसआइ व सीआइएसएफ के निर्णय का विरोध करेंगे।
-मेहरानउद्दीन, सचिव एप्रूव्ड गाइड एसोसिएशन
एएसआइ और सीआइएसएफ के निर्णय से दुनिया में देश की छवि को लेकर बहुत गलत संदेश जाएगा। विदेशी पर्यटक तो ताजमहल में गंगाजल चढ़ाएंगे नहीं, उन पर रोक लगाना सरासर गलत है। पानी पर रोक के बारे में हम उन्हें कैसे समझाएं।
-योगेश शर्मा, गाइड
ताजमहल विश्व धरोहर स्थल है। अपनी कमियों को छुपाने के लिए पानी ले जाने पर रोक लगाने का निर्णय गलत है। उमस भरी गर्मी में पानी की अधिक आवश्यकता होती है। पर्यटक की तबीयत पानी के अभाव में बिगड़ती है तो कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा।
-गौरव चौहान, सचिव आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन