परिजन कर रहे थे रिहाई का इंतजार
परिजनों के हंगामे के बाद पहुंचे जेलकर्मी मृत रिटायर्ड कर्नल का शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी लेकर पहुंचे। पिछले दिनों धोखाधड़ी के आरोप में सिकंदरा थाने में शू कारोबारियों द्वारा मुकदमा कराने के बाद रिटायर्ड कर्नल जेल गए थे। सोमवार को उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, परिजन उसकी रिहाई के बाद घर आने का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच उनके मौत की खबर आ गई।

लाखों रुपए लेने का आरोप
इमरजेंसी पहुंचे परिजनों ने शहर के कुछ कथित जूता कारोबारियों और जेल प्रशासन पर षडय़ंत्र का आरोप लगाया है। और पूर्व कर्नल की मौत की उच्चस्तर की जांच कराने की मांग की है। धोखाधड़ी के मामले में जूता कारोबारी को रिटायर्ड कर्नल को अरेस्ट किया गया था। 80 लाख रुपए लेने का मामला बताया जा रहा है।

राना ओवररसीज ने कराया था केस दर्ज
सिकंदरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने मंगलवार को जूता कारोबारी अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट कर्नल विजय तोमर को धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजा था। उनके खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किए थे। उन पर राना ओवरसीज की निदेशक ने केस दर्ज कराया था।

व्यापार में धोखाधड़ी
रिटायर्ट कर्नल पर व्यापार में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। 30 अगस्त 2023 को आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट चैंबर (एफमेक) के पूर्व अध्यक्ष एएस राना की पत्नी सुनीता राना ने थाना सिकंदरा में केस दर्ज कराया। उनकी सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में राना ओवरसीज के नाम से शू कंपनी है।

अफ्र का में व्यापार का झांसा
राना ने आरोप लगाया कि एवीएस इंटरनेशनल के निदेशक अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट कर्नल विजय तोमर ने वर्ष 2020 में व्यापारिक डील की थी। अफ्र कन देश घाना में व्यापार का झांसा दिया। जिसके आधार पर राना ओवरसीज ने 3.22 करोड़ रुपए के जूते तैयार कर दिए।

कोर्ट के आदेश पर मुकदमा
आरोप है कि एवीएस इंटरनेशनल ने सिर्फ 2.60 लाख रुपए का मैटेरियल दिया। 80 लाख रुपए का ही भुगतान कराया। बार-बार मांगने पर भी भुगतान नहीं किया गया। मामले में कोर्ट के आदेश पर कमलेश कुमार तोमर, विजय तोमर, प्रशांत कुमार, मलिका तोमर, देविका तोमर, हार्दिक चौहान, जोजफ किरण रेड्डी आदि के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज किया गया था।

रिटायर्डमेंट के बाद बने शू एक्सपोर्टर
आशंका जताई जा रही है कि कर्नल तोमर की मौत जेल के अंदर ही हुई है। हालांकि मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम होने के बाद ही पता चल सकेगा। लेफ्टिनेंट कर्नल तोमर मध्य प्रदेश अंबाह के मूल निवासी थे और आगरा में राजपुर चुंगी के पास स्थित गुलमोहर एंक्लेव में रहते थे। सेना से रिटायरमेंट के बाद कर्नल ने जूते का बिजनेस शुरू किया था और वह जूते क एक्सपोर्टर बन गए थे।

जेल में अचानक बिगड़ी हालत
जेल से आए फोन के बाद कर्नल तोमर के परिजन इमरजेंसी पहुंचे। उन्हें सूचना दी गई थी तबीयत ज्यादा खराब है, लेकिन परिजनों को इमरजेंसी में विजय पाल सिंह तोमर का शव स्ट्रेचर पर पड़ा मिला। वहां जेल का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था।

जेलकर्मी लेकर पहुंचे इमरजेंसी
बड़े फुटवियर निर्माता अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट कर्नल विजय तोमर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। वह आर्थिक अपराध के आरोप में जेल में बंद थे। बुधवार को उनकी रिहाई होनी थी, लेकिन उनकी मौत हो गई। मंगलवार दोपहर को जेलकर्मी उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जेलकर्मी उन्हें इमरजेंसी में छोड़कर चले गए थे।