आगरा (ब्यूरो)। जनकपुरी के स्वागत के लिए शाहगंज में तैयारियां जोरों पर हैं। इसमें जनक महल जहां मुख्य आकर्षण होगा, वहीं पूरे क्षेत्र में सजाई जाने वाली करीब 18 झांकियां भी विशेष होंगी। जिनमें से अधिकांश रामायण के अद्भुत प्रसंगों की प्राचीन गाथा प्रदर्शित करेंगी। झांकियां सजाने का काम प्रारंभ हो चुका है। चौराहों को सजाया जा रहा है। भव्य गेट तैयार किए जा रहे हैं। नई सड़क बनाने के साथ फुटपाथ संवारे जा रहे हैं। कोठी मीना बाजार में जनक महल अंतिम रूप ले जा रहा है। अब बस इंतजार है जब प्रभु श्रीराम के आगमन का।
रामायण की दिखेगी झलक
जनकपुरी महोत्सव के अंतर्गत कोठी मीना बाजार मैदान में जनक महल अब आकार लेने लगा है। इसके शिखर निर्माण के साथ अन्य काम तेजी से आकार ले रहे हैं। साथ ही पूरे जनकपुरी क्षेत्र में करीब 18 स्थानों को चिह्नित कर वहां झांकियां भी सजाने का काम भी प्रारंभ हो चुका है, जिनमें से कुछ झांकियां स्वचलित भी होंगी। आयोजन समिति संयोजक गौरव राजावत ने बताया कि जनकपुरी में कई झांकियां रामायण के विभिन्न प्रसंगों से जुड़ी होंगी। इनमें श्रीराम विवाह, अशोक वाटिका, श्रीराम सुग्रीव मिलन, भजन करते हनुमान जी, श्रीराम दरबार और केवट प्रसंग की झांकी प्रमुख है। इसके अलावा समुद्र मंथन, कालिया दमन, शेरावाली माता और नरङ्क्षसह भगवान आदि की झांकी भी आकर्षण का केंद्र होगी। जनकमहल के ठीक पीछे कोठी मीना बाजार मैदान के रिक्त स्थान पर फन और फूड जोन बनाया जाएगा, जो बच्चों और महिला के लिए विशेष आकर्षण होगा।
घर-घर लहरा रहे भगवा ध्वज, गूंज रहीं चौपाइयां
आयोजन समिति के हेमंत भोजवानी और मुनेंद्र जादौन ने बताया कि श्रीराम बरात के स्वागत की घड़ी पास आने के साथ ही जनकपुरी क्षेत्र की रंगत दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। पूरे क्षेत्र में लोगों के घरों से लेकर प्रतिष्ठानों तक पर भगवा ध्वज लहराते हुए सनातन धर्म की जय-जयकार कर रहे हैं। वहीं, पूरे क्षेत्र में रामायण की चौपाइयां गूंज रही हैं, जिससे प्रत्येक व्यक्ति भक्ति भाव में उन्हें गुनगुना रहा है। जनकपुरी के कार्यक्रम 26 सितंबर से प्रारंभ होंगे, उससे पूर्व ही सभी कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य है। महिला सभा संरक्षक मधु बघेल और अध्यक्ष प्रीति उपाध्याय के निर्देशन में महिला मंडल विवाह की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। क्षेत्रीय लोग भी अपने घरों को सजा रहे हैं।
29 सितंबर को होगा स्वागत
शाहगंज क्षेत्र में आयोजित हो रहे जनकपुरी महोत्सव का श्रीगणेश 26 सितंबर को होगा। पहले दिन मिथिला नरेश राजा जनक बैंडबाजों संग भ्रमण कर क्षेत्रवासियों को सीता और श्री राम के विवाह के लिए आमंत्रण देंगे। 27 को हल्दी और मेहंदी उत्सव में माता सीता और उनकी सखियों के हाथों में मेहंदी रचाई जाएगी। 28 को गौरा पूजन और 29 सितंबर को रामबरात का स्वागत किया जाएगा। शुक्रवार को जनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति कार्यालय पर कार्यक्रम पत्रिका (आमंत्रण पत्र) को जारी किया गया। संयोजक गौरव राजावत ने बताया कि राजा जनक की आमंत्रण यात्रा शाहगंज स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर से प्रारंभ होकर क्षेत्र में भ्रमण कर कोठी मीना बाजार मैदान स्थित जनकपुरी कार्यालय पर संपन्न होगी।
27 को मेहंदी कार्यक्रम
संयोजक गौरव राजावत ने बताया कि 27 सितंबर को हल्दी व मेहंदी कार्यक्रम लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में दोपहर 12 से तीन बजे तक किया जाएगा। 28 सितंबर को साकेत कॉलोनी से बैंडबाजों के साथ शाम चार बजे सीता जी का डोला गौरा पूजन के लिए क्षेत्र में भ्रमण करते हुए भूतनाथ जी की बगीची गोङ्क्षवद नगर पर पहुंचेगा, जहां सीता जी गौरा पूजन कर श्रीराम को वर रूप में प्राप्त करने की कामना करेंगी। 29 सितंबर की सुबह बरात जनकपुरी पहुंचेगी। श्रीराम की बरात का स्वागत मिथिला नरेश महाराजा अग्रसेन भवन पर करेंगे।
यह होंगे कार्यक्रम
- 26 सितंबर को पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर से राजा जनक की आमंत्रण यात्रा
- 27 सितंबर को महाराजा अग्रसेन भवन लोहामंडी में दोपहर 12 बजे से हल्दी व महिला संगीत
- 28 सितंबर को गौरा पूजन, सीता जी का डोला, शाम चार बजे से निकाला जाएगा
- 29 सितंबर को सुबह बारात आगमन व स्वागत, दोपहर एक बजे से तुलसी-शालिग्राम विवाह
- 29 सितंबर को शाम पांच बजे श्रीराम व राजा दशरथ के साथ मिथिला नगरी भ्रमण
- 30 सितंबर को शाम पांच बजे से प्रभु श्रीराम का नगर भ्रमण
- एक अक्टूबर को माता सीता व श्रीराम सहित स्वरूपों का नगर भ्रमण, रात्रि 10 बजे विदाई।
- दो अक्टूबर को जनक मंच पर शाम सात बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम व सम्मान समारोह।
एलईडी द्वार पर देखे सकेंगे जनकपुरी का सीधा प्रसारण
आगरा। शाहगंज क्षेत्र में सज रही जनकपुरी में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत को बनाए जा रहे 51 स्वागत द्वार का नाम रामायण के पात्रों के आधार पर किया जाएगा। इसमें सात स्वागत द्वार पर एलईडी होगी। इस पर पूरे महोत्सव का सीधा प्रसारण दिखेगा। श्रद्धालु यहीं से जनक मंच पर होने वाले कार्यक्रमों को देख पाएंगे। शाहगंज, साकेत कालोनी, सिर की मंडी, पचकुइयां, लाड़ली कटरा, सीओडी तिराहा आदि स्थानों तक लगाए जाएंगे। इन स्वागत द्वारों के नाम रामायण के पात्रों जैसे ऋषि वशिष्ठ, गुरु वाल्मिकी, गुरु विश्वामित्र, श्रीहनुमान, अंगद, सुग्रीव, नल, नील आदि के नाम पर रखा जाएगा।