आगरा। नाटकीय अंदाज में गायब हुए आनंद इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के छात्र को पुलिस ने बुधवार को नोएडा से बरामद कर लिया। छात्र ने पुलिस को बताया कि उसने शेयर मार्केट में रकम डूबने पर अपहरण का नाटक किया था। परिजन को अपने बंधक बनाए जाने की वीडियो और फोटो भेजकर पांच लाख रुपए मांगे थे। पुलिस ने छात्र की बरामदगी के बाद परिजन द्वारा दर्ज कराए अपहरण के मुकदमे में धोखाधड़ी और कूटरचित प्रपत्र तैयार करने की धाराएं बढ़ा गुरुवार को उसे जेल भेज दिया।
छात्र के दो भाई पुलिस में कांस्टेबल हैं.
मथुरा के थाना फरह के गांव धर्मपुरा के रहने वाले जगमोहन ने 20 जून को सिकंदरा थाने में बेटा निखिल के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस को बताया कि बेटे ने उनसे एक भूखंड के मामले में जय प्रकाश उर्फ जेपी से बात करने के लिए जाने की कही थी। बाद में बेटे के मोबाइल से परिजन के नंबर पर मैसेज आने लगे। पांच लाख रुपए फिरौती मांगी जा रही थी। परिजन को एक वीडियो और फोटो भेजा गया। जिसमें निखिल बेड पर बदहवास हालत में पड़ा दिख रहा था। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि छात्र की लोकेशन नोएडा में थी। पुलिस ने उसे वहां एक लाज से बरामद कर लिया। मोबाइल चेक करने पर पता चला कि उसने यह वीडियो खुद बनाया था। छात्र ने बताया कि शेयर मार्केट में अपनी और रिश्तेदारों की रकम लगा रखी थी। लाखों रुपए डूबने पर रिश्तेदार उस पर रकम लौटाने का दबाव बना रहे थे। जिसके चलते उसने अपहरण का नाटक रचा था। वह परिजन से पांच लाख रुपए वसूलकर रिश्तेदारों की रकम लौटाने के साथ ही बाकी रकम शेयर मार्केट में दोबारा लगाना चाहता था।
बरामद होने के बाद भी कहानी बनाता रहा
बरामद होने के बाद निखिल नाटक करता रहा। पुलिस को धन्यवाद देने लगा कि उसके चलते वह ङ्क्षजदा बच गया। इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज कुमार शर्मा ने छात्र से पूछा कि क्या हुआ था। छात्र ने बताया कि कार सवारों ने उसे अगवा किया था। सिर में डंडा मारने पर वह बेहोश हो गया। कार सवार नोएडा ले गए, वहां कमरे में बंद रखा गया। पुलिस ने छात्र का मोबाइल और लैपटाप चेक किया तो झूठ पकड़ा गया। मोबाइल में वह वीडियो मिल गया, जिसका स्क्रीन शाट उसने परिजन को भेजा था। वीडियो में वह बदहवास पलंग पर पड़ा था। वीडियो छात्र ने खुद बनाया था।