आगरा(ब्यूरो)। निकाय चुनाव को लेकर प्रत्याशियों द्वारा डोर-टू-डोर वोट मांगे जा रहे हैं। इस दौरान प्रत्याशी और उनके समर्थक हर संभव प्रयास कर पब्लिक के बीच जाकर वोटर्स को लुभाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में शराब का वितरण फ्री किया जा रहा है। प्रत्याशियों के एजेंट वोटर्स को पर्ची दे रहे हैं। उस पर्ची को लेकर वे शराब के ठेकों पर लाइन लगा रहे हैं, नंबर आने पर दुकान पर बैठे व्यक्ति को पर्ची दी जाती है।

नोट का नंबर बना शराब का कोड
वोटर्स को लुभाने के लिए प्रत्याशी के एजेंट कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे, जब प्रत्याशियों के गुर्गों को पता चला कि वोटर्स डुप्लीकेट पर्ची लेकर दुकानों पर पहुंच रहे हैं तो उन्होंने नोट के नंबर को ही कोड बना दिया। अब पर्ची के एवज में दस या बीस रुपए का नोट दिया जा रहा है, इसको दुकानदार बैरीफाई करने के बाद शराब का क्वाटर देता है। इस संबंध में नीरज कुमार द्विवेदी ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी।


वोटर और एजेंट की बातचीत
-एजेंट- वोट बताए गए स्थान पर ही डालना, धोखा नहीं देना, कसम खाओ, तभी मिलेगी पर्ची
-वोटर, ठीक है मेरा और मेरे परिवार को वोट आप द्वारा बताए चुनाव चिन्ह पर ही पढ़ेगा, पर्ची दे दो

-एजेंट, कसम खाई है आपने सोच लो भगवान देख रहा है, ये लो पर्ची दुकान पर दिखा देना

-वोटर, एक और पर्ची रखी है कल की, उस पर आज की डेट डाल दो

-एजेंट, अरे वो पर्ची अब बेकार हो गई है, नहीं वो बेकार है अब

-वोटर, ठीक है तो आज दो पर्ची देना, एक कल की और एक आज की

-एजेंट, भाई नहीं, सभी को देनी है, अभी एक ही पर्ची लो, बाद में बचेगी तब देखते हैं

-वोटर, ठीक है, वोट आपको ही मिलेगा, घर पर भी परिवार को जाकर बोलता हूं

दुकानदार और वोटर की बातचीत

-वोटर, शराब के लिए नोट दिया है हमको

-दुकानदार, हां, दिखाओ, ठीक है, एक क्वार्टर दो इनको

-वोटर, क्वार्टर कौन से ब्रांड का है?

-दुकानदार, ब्रांड नहीं एक ही ब्रांड की दी जा रही सबको

-वोटर, नोट के नंबर से एक ही मिलेगी, ब्रांड तो अलग दे दो


-दुकानदार, नहीं, उसके लिए आप फोन कराओ, तभी मिलेगी

-वोटर, चलो ठीक है, वही दे दो, जो दे रहे हो


वीडियो की जांच की जाएंगी कि वो कहां का है और कब का है, इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वीडियो के बारे में संबंधित थाना प्रभारी से पूछताछ की जा रही है।
सोमेन्द्र मीणा, पुलिस उपायुक्त, पूर्वी