आगरा(ब्यूरो)l आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है कि वो किन ठेकों पर तैयार माल को सप्लाई करता था। उसके कब्जे से अंग्रेजी मिलावटी शराब की बोतलें बरामद की गई हैं।
शराब भर कर हो रही रीपैकिंग
थाना ट्रान्सयमुना पुलिस टीम को सूचना मिली कि सौदान सिंह इंटर कॉलेज के पीछे आजाद नगर की गली मेें एक मकान में अवैध शराब को बिक्री करने की तैयारी चल रही है। अंग्रेजी शराब को बोतलों में भरकर रीपैकिंग किया जा रहा है। जानकारी मिलने के बाद थाना पुलिस ने आबकारी विभाग को मामले की जानकारी दी, मौके पर पहुंची टीमों ने दो लोगों को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से नकली शराब के साथ अंग्रेजी शराब की खाली बोतलें भी बरामद की गई। पकड़े गए आरोपी पर आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कबाड़ से खरीदते थे बोतलें
पुलिस के पूछताछ करने पर आरोपी अनुज ने बताया गया कि इस कार्य को में अर्जुन के साथ भोला भी शामिल हैं, जिनके साथ मिलकर मिलावटी शराब के कार्य को अंजाम देते हैं। पकड़े गए आरोपी अर्जुन की निशानदेही पर टीम ने नकली ढक्कन, नकली क्यूआर कोड, चंडीगढ़ सहित अन्य राज्यों से लाई शराब को हम कबाड़ से खरीद कर लाते हैं। खाली बोतलों में भरकर भोला के जरिए से आगरा के ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई कर देते हैं।
ठेकों पर करते थे शराब सप्लाई
पकड़े गए आरोपी ने बताया कि वो शराब को तैयार करने के बाद आसपास ठेकों पर सप्लाई करता था, वहीं ऐसे लोग जो रात में शराब की तलाश में रहते हैं, उनको घर से शराब की बिक्री की जाती थी। इससे काफी अच्छा मुनाफा मिलता था। पुलिस आरोपी की निशानदेही पर ऐसे ठेकों की तलाश कर रही है, जिस पर ये शराब सप्लाई करते थे।
अरेस्ट आरोपी
-अनुज पुत्र सतेन्द्र सिंह निवासी पहाड़ीपुर थाना रिजावली जनपद फिरोजाबाद
टीम ने की मौके से बरामदगी
-पव्वे, अद्धे, बोतल (बनी शराब)
151
-नकली ढक्कन
2751
-नकली क्यूआरकोड
2004
-खाली बोतल
504
-स्कूटी
01
इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई की गई है, मौके से दो आरोपी को अरेस्ट किया गया है। उनके कब्जे से नकली शराब बनाने का मटेरियल बरामद किया गया है। कबाड़ से खरीदी हुई बोतलों पर लगे क्यूआर कोड लेकर बोतल पर लगाते थे।
-सूरज राय, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस
क्या है क्यूआर कोड
अंग्रेजी शराब की बोतल पर कंपनी की ओर से क्यूआर कोड लगाया जाता है, जिसको स्कैन करने से उत्पादन और सप्लाई का आसानी से पता चलता है, बोतल की सील की बोतल पर आरोपी कबाड़ से इस कोड का हटाकर तैयारी की मिलावटी शराब की बोतल पर लगाते थे।