आगरा। सुबह करीब दस बजे एडीजी पूर्वी गेट से ताजमहल के अंदर पहुंचे। इसके बाद रेड और यलो जोन में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मुख्य गुंबद के पास उन्होंने ताजमहल के पीछे की सुरक्षा व्यवस्था और वाच टावर की स्थिति देखी 11.30 बजे तक उन्होंने ताजमहल में निरीक्षण किया। उनके साथ सीआइएसएफ के डीआइजी राहुल जैन और एसएसपी सुधीर कुमार ङ्क्षसह समेत अन्य अधिकारी भी थे। ताजमहल के निरीक्षण के बाद उन्होंने यलो जोन के बैरियर और खराब सीसीटीवी कैमरों की स्थिति देखी। निरीक्षण के बाद उनका कहना था कि ताजमहल की सुरक्षा फूलप्रूफ है।

अधिकारियों के साथ की चर्चा

निरीक्षण के बाद दोपहर 12 बजे से उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। 1.45 बजे तक चली बैठक में उन्होंने ताजमहल की सुरक्षा के सभी ङ्क्षबदुओं पर चर्चा की। इसमें खराब पड़े सीसीटीवी कैमरे, बूम और बोलार्ड बैरियर ही प्रमुख थे। बैठक में कमिश्नर अमित गुप्ता, आइजी नचिकेता झा, डीएम प्रभु एन ङ्क्षसह, एसएसपी सुधीर कुमार ङ्क्षसह और सीआइएसएफ व एएसआइ के अधिकारी शामिल रहे। ताजमहल के पीछे यमुना नदी से निगरानी को जल पुलिस का गठन किया गया था। मगर, सामान्य दिनों में रिवर पुलिस स्टीमर से निगरानी करती नहीं दिखती है। शनिवार को एडीजी सुरक्षा के निरीक्षण के समय रिवर पुलिस का स्टीमर यमुना में चक्कर लगाता दिखा।