आगरा(ब्यूरो) । कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह के निर्देश पर 70 पुलिसकर्मी, हेड कांस्टेबल को ट्रैफिक व्यवस्था के लिए नियुक्त किया गया है। इससे पहले जिले में मात्र 113 ट्रैफिक पुलिसकर्मी कमान संभाल रहे थे, अब अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस फोर्स को शहर के ऐसे चौराहों पर तैनात किया जाएगा।

बसें, प्रतिबंधित ऑटो, ई-रिक्शा बने कारण
शहर के एमजी रोड पर बसें, प्रतिबंधित ऑटो, ई-रिक्शा रोड पर जाम का कारण बने हैं। अधिकांश लोग एमजी रोड से होकर गुजरते हैं, ऐसे में उन्हें खासी समस्या होती है।

दस मिनट की दूरी घंटों में तय
जाम के चलते दो किलोमीटर की दूरी जो 10 मिनट में तय की जा सकती है, उसको तय करने में उन्हें करीब दो घंटे लग जाते हैं। ऐसा इसलिए कि शहर का एमजी रोड सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक हमेशा जाम की चपेट में रहता है।

जाम का कारण डग्गामार वाहन
लोहामंडी, घटिया आजम खां, जगदीशपुरा, बोदला रोड से गुजरने वाले वाहनों से जाम का सबसे बड़ा कारण बेतरतीब डग्गामार वाहन और अतिक्रमण है। इस रास्ते में फास्ट फूड की दुकानें,ठेलें सज जाती हैं। जिसकी वजह से यह रूट सक्रिय हो जाता है,

खानापूर्ति को चलता है अभियान
शहर में नगर निगम की ओर अतिक्रमण के खिलाफ चलाया जाने वाला अभियान महज औपचारिक होता है। इसलिए अतिक्रमण हटाने के चंद घंटों के बाद ही फिर सड़कें और फुटपाथ पर अतिक्रमण कर लिया जाता है। इतना ही नहीं बेतरतीब खड़े किए जाने वाले वाहनों पर भी कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण वे यहां खड़े कर दिए जाते हैं।


ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए 70 पुलिसकर्मी, एचसीपी की नियुक्ति की गई है। साथ ही जाम वाले जगहों पर अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस लगाई गई हैं।
अरुन चंद, एसपी ट्रैफिक

जनपद में ट्रैफिक की स्थिति
-वर्तमान में ट्रैफिक पुलिस के जवान
113
-ट्रैफिक पुलिस हेड कांस्टेबल की संख्या
56
-ट्रैफिक पुलिस सबइंस्पेक्टर की संख्या
20
-शहर में ट्रैफिक इंस्पेक्टर की संख्या
05
-महिला ट्रैफिक कांस्टेबल की संख्या
01
-जनपद को मिले नए ट्रैफिक पुलिसकर्मी
70



शहर में सबसे बड़ी समस्या जाम है, नई कमिश्नरेट में जाम से निजात पाने के उपाय कहां तक कारगर साबित होंगे ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
पल्लवी महाजन


शहर के अलावा पुराने क्षेत्र छत्ता, रावत पाड़ा, किनारी बाजार में पैदल चलना मुश्किल होता है, कारण रोड के किनारे खड़े जाम और अतिक्रमण है।
अंजुल शर्मा