शुरू हो गए बैनामा
शास्त्रीपुरम और कालिंदी विहार जैसी योजना के 35 वर्षों बाद एडीए की ओर से आम लोगों के घर के सपने को पूरा करने के लिए कोई रेजी
डेंशियल प्रोजेक्ट लाया गया है। ग्वालियर रोड पर ककुआ और भांडई में डेवलप की जा रही इस नई टाउनशिप के लिए जमीन के बैनामे शुरू हो गए हैं। पहली बार एडीए की ओर से किसानों से सीधे जमीन की खरीद की जा रही है। इसके लिए 1044 किसानों की जमीन ली जाएगी, इसमें से 898 किसानों ने अपनी जमीन देने के लिए एडीए को सहमति दे दी है। बैनामा आगरा विकास प्राधिकरण के नाम होगा।
एजेंसी को किया गया नियुक्त
टाउनशिप में लोगों के लिए सभी सुविधाएं होंगी। इसके लिए कंसल्टेंट एजेंसी मै। वॉयंट्स सॉल्यूशन को जिम्मेदारी दी गई है। एजेंसी टाउनशिप के लेआउट प्लान, विस्तृत डिजाइन, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट का प्लान देगी। जिसके आधार पर ड्रेनेज प्लान, सीवरेज प्लान, रोड नेटवर्क आदि कार्य किए जाएंगे। टाउनशिप के लिए जरूरी एनओसी भी कंसल्टेंट एजेंसी की ओर से ली जाएंगी।
टाउनशिप में ये सुविधाएं होंगी
- आधुनिक क्लब हाउस
- प्रॉपर ड्रेनेज सिस्टम
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
- जोनल पार्क
शहर की पहली ग्रीन सिटी एवं क्लीन सिटी होगी
एडीए की ओर से डेवलप की जाने वाली टाउनशिप ग्रीन सिटी-क्लीन सिटी की कसौटी पर भी खरा उतरेगी। इसके लिए टाउनशिप में पर्याप्त ग्रीनरी होगी। हरा-भरा एनवारनमेंट माहौल में लोगों को रहने का अवसर मिलेगा। आवश्यक चीजों के लिए लोगों को टाउनशिप से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी।
यहां डेवलप होगी टाउनशिप
- ककुआ
- भांडई
एरिया
138.53 हेक्टेअर
ग्वालियर रोड पर डेवलप की जाने वाली न्यू टाउनशिप के लिए जमीन खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ये विभिन्न आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी।
चर्चित गौड़, वीसी, एडीए
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- उप्र में पहली बार एडीए ने पहल करते हुए लॉन्च किया साफ्टवेयर
- सेकेंड फेज में प्रॉपर्टी के मैप जीआईएस तकनीक से होंगे अपलोड
19340 प्रॉपर्टीज का डाटा अपलोड
आगरा। एडीए की प्रॉपर्टी कहां-कहां है? किसी योजना में कोई प्रॉपर्टी वैकेंट है? प्रॉपर्टी की बकाया राशि कितनी है? ये कुछ ऐसी क्वेरीज हैं जिनके लिए रोज सैकड़ों की संख्या में आगरा विकास प्राधिकरण के ऑफिस के चक्कर लगाते थे। कई दिनों तक एक पटल से दूसरी पटल तक चक्कर लगाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। एडीए को डिजिटलाइज्ड बनाते हुए ईआरपी सॉफ्टवेयर लॉन्च किया गया। घर बैठे ही मोबाइल या कंप्यूटर पर एक क्लिक करने पर प्रॉपर्टी की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी।
ट्रांसपेरेंसी में करेगा सहयोग
कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने सॉफ्टवेयर को लांच करते हुए कहा कि नगर निगम के 'मेरा आगरा एपÓ के बाद अब एडीए का सॉफ्टवेयर कॉरपोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी में तैयार कराया गया है। इससे सरकारी सेवा में पारदर्शिता बढ़ेगी। उन्होंने एडीए को सभी चालान ऑनलाइन जमा कराने, तकनीक से अंजान लोगों के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए। इससे पूर्व एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने बताया कि सॉफ्टवेयर की जानकारी देने को ऑफिस में 15 दिवसीय कैंप लगाया जाएगा। शिकायतों व समस्याओं का निस्तारण तीन से सात दिन में किया जाएगा। सॉफ्टवेयर एचडीएफसी बैंक ने उपलब्ध कराया है, जिसे मैसर्स कंप्यूटर केंद्र ने विकसित किया है। इसका यूआरएल 222.ड्डस्रड्डड्डद्दह्म्ड्डह्यद्गह्म्1द्बष्द्गह्य.शह्म्द्द है।
लेआउट होंगे अपलोड
सेकेंड फेज में एडीए की प्रॉपर्टी के नक्शे को जीआईएस तकनीक की सहायता से सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा। इससे संपत्ति स्थल पर ही उसका पूरा नक्शा देखा जा सकेगा। वित्त नियंत्रक रीता सचान, संयुक्त सचिव सोमकमल सीताराम, एचडीएफसी बैंक की सर्किल हेड अंजू सूद, क्लस्टर हेड नितिन कुमार, पायल प्रियदर्शिनी आदि मौजूद रहीं।
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यह भी जानें
इन योजनाओं का डाटा अपलोड
- ताजनगरी फेज-वन
- ताजनगरी फेज-2
- काङ्क्षलदी विहार
- शास्त्रीपुरम
- पेठा नगरी
- जवाहरपुरम
ये भी होगा सॉफ्टवेयर में खास
- योजनाओं के लेआउट की साफ्ट कापी साफ्टवेयर में रहेगी।
-एडीए द्वारा किराए पर दी जाने वाली संपत्तियों को फीड कर उन्हें किराएदार को किराए पर आवंटित किया जाएगा। किराएदार किराए का भुगतान आनलाइन करने के साथ भुगतान की रसीद प्राप्त कर सकेगा।
-एडीए की रिक्त संपत्तियों को खरीदने के लिए आवेदन किया जा सकेगा.
-बकायेदारों की सूची साफ्टवेयर पर उपलब्ध रहेगी.
-विवादित, अवैध कब्जे, प्राकृतिक अवरोध व न्यायालय में विचाराधीन मामलों की जानकारी मिलेगी.
-नए आवंटियों को साफ्टवेयर से ही आवंटन पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।