आगरा(ब्यूरो)। जिला साइबर सेल पुलिस और जिले की साइबर सेल ने वर्ष 2022 में तकरीबन 104 ऐसे ही क्रिमिनल्स को पकड़कर जेल भेजा है। पुलिस के अनुसार इन गैंग ने सैकड़ों लोगों से तकरीबन 90 लाख रुपए की धनराशि खातों को फ्रिज कराने के बाद वापस रिकवर की गई है, अभी अधिकतर मामलों रकम बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।

बैंक खाते कराए जाते हैं सीज
साइबर थाना प्रभारी सुल्तान सिंह ने बताया कि साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद उनके खातों को चेक किया जाता है। खातों में रकम मिलने पर सीज करा दिया जाता है। ज्यादातर मामलों में आरोपी खातों में जमा रकम निकाल चुके होते हैं।

कुछ घंटे में मिली सूचना, रकम हो गई वापस
एक साल में पुलिस ने 86 हजार से अधिक रुपए की रकम पीडि़तों को वापस कराई। यह रकम साइबर अपराधियों ने निकाल ली थी। पुलिस को कुछ घंटे में सूचना दे दी गई। इससे खाते में जमा रकम को बचा लिया गया।

पुलिस चला रही जागरूकता अभियान
साइबर सेल की ओर सेआमजन को अवेयर करने के लिए अलग-अलग गांव में जागरूकता अभियान चलाया गया था। लोगों को साइबर क्राइम से बचने के बारे मेें अवेयर किया जा रहा है। वहीं जिन गांव से अपराधी पकड़े जा रहे हैं, वहां भी पुलिस टीम जा रही है। युवाओं को बताया जा रहा है कि वह क्राइम से जुड़े लोगों के बारे में जान सकें।

यह गैंग हो चुके हैं गिरफ्तार
-30 दिसंबर 2020 को बाह और पिनाहट के बीहड़ से हेलो गैंग के आठ सदस्य पकड़े गए। वह नौकरी का झांसा देकर खाते में रकम जमा कराते थे। पुलिस का दावा है कि गैंग ने 500 लोगों से तकरीबन 25 लाख रुपए की ठगी की। बरामद सिर्फ मोबाइल, सिम और लैपटॉप हुए।

-दो जनवरी को मास्क और सैनिटाइजर की फोटो भेजकर ठगी करने वाला गैंग पकड़ा गया। गैंग में सरगना सहित पांच सदस्य थे। यह गैंग मथुरा के गोवर्धन चौराहा से पकड़ा गया था। आरोपी इंटरनेट से कई फर्म की जानकारी लेते थे। कॉल करके मास्क और सैनिटाइजर भेजने का झांसा देकर रकम जमा करा लेते थे।

-सात जनवरी को हेलो गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया। गैंग चंबल के बीहड़ के गांव भगतनपुरा से पकड़ा गया। गैंग ने 500 लोगों से ठगी की है। खातों में नौकरी और रिवार्ड प्वाइंट दिलवाने के नाम पर रकम जमा कराते थे।
-26 जनवरी को नोएडा एसटीएफ ने लोगों से एक करोड़ रुपए की ठगी करने वाले चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था। गैंग के सदस्य क्रेडिट कार्ड लेने वालों को फोन करते थे। उनके कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर जानकारी लेते थे। इसके बाद फर्जी शॉपिंग साइट पर जानकारी भरकर खाते से निकाल लेते थे। बाद में गैंग को डाटा उपलब्ध कराने वाली महिला भी पकड़ी गई थी। बरामदगी 6.59 लाख रुपये, मोबाइल, कार और लैपटॉप ही थे।

-31 जनवरी को सोशल मीडिया पर नौकरी का विज्ञापन देकर ठगी करने वाले गैंग के कीर्तिराम उर्फ गिरजाशंकर समेत सात सदस्यों को पिनाहट के बीहड़ से गिरफ्तार किया था। आरोपियों से रकम बरामदगी नहीं हुई।

-17 मार्च को ऑनलाइन जॉब पोर्टल से बेरोजगार युवाओं का डाटा लेकर फोन पर मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी का झांसा देकर 50 हजार तक खाते में जमा कराने वाला दिल्ली का गैंग पकड़ा गया। पुलिस का दावा है कि गैंग ने दो साल में तकरीबन ढाई करोड़ की ठगी की। सरगना दिल्ली का मनोज था। गैंग के दो और सदस्य पकड़े गए। आरोपियों से 6.83 लाख रुपए और एक कार बरामद की।
-18 मार्च को इंडियन नेवी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग के सरगना पवन और उसके साथी करतार को बाह में पुलिस ने गिरफ्तार किया। वह एक युवक की नौकरी लगवाने के नाम पर छह लाख लेते थे। पुलिस को 12 लाख से अधिक की ठगी की शिकायत मिली। रकम बरामदगी नहीं।

साइबर सेल ने फ्रिज कराई खातों से रकम की रिकवर
-थाना ताजगंज क्षेत्र से रिकवर की रकम
7,86898 रुपए

-थाना न्यू आगरा क्षेत्र से फ्रिज रकम रिकवर
7.41303 रुपए

-थाना सदर क्षेत्र में ठगी गई रकम वापस
540073 रुपए

-सिकंदरा थाना क्षेत्र से रिकवर की गई रकम
675898 रुपए

-थाना शमशाबाद क्षेत्र में ठगी की रकम रिकवर
16597 रुपए

-थाना पिनाहट में वारदात के बाद रकम
12 हजार रुपए

-थाना खेढ़ाराठौर में रकम की गई रिकवर
05 हजार रुपए

-थाना मदन मोहन गेट क्षेत्र से रिकवर रकम
01 हजार रुपए


क्रिमिनल्स को ट्रेक करने वाली टीम
साइबर सेल इंस्पेक्टर, सुल्तान सिंह, सबइंस्पेक्टर सुबोध मान, एचसीपी विजय तोमर, सनी कुमार, मनोज कुमार, कांस्टेबल अविनाश कुमार ने साइबर क्रिमिनल्स को पकडऩे और रकम रिकवर करने में सहयोग किया।


कमिश्नरेट में साइबर सेल द्वारा वर्ष 2022 में हुए आर्थिक साइबर क्रिमिनल्स पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, प्रयास के बाद अब तक 104 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं खातों को फ्रिज कराने के बाद 86 लाख रुपए रिकवर किए गए हैं।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर