आगरा(ब्यूरो)। वहीं एथलेटिक्स से लेकर जिम्नास्टिक तक में आगरा के खिलाडिय़ों ने अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश का नाम रोशन किया है। एक साथ इतने सारे क्षमतावान खिलाडिय़ों का अच्छा प्रदर्शन कोई इत्तेफाक नहीं है। आगरा के खिलाडिय़ों में हुनर तो है, लेकिन इस हिसाब से यहां पर खेल सुविधाओं का अभाव है। यदि शहर में खेल की सुविधाओं को बढ़ाया जाए तो आगरा से खेल जगत में और अधिक योगदान दिया जा सकता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इसी को लेकर इंटरनेट के माध्यम से एक सर्वे किया। इसमें आगराइट्स ने अपनी राय दी।

इंटरनेशनल स्टेडियम की मांग
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा किए गए सर्वे में 620 लोगों ने अपनी राय दी। इसमें 96.7 परसेंट लोगों ने कहा आगरा के खिलाडिय़ों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने की क्षमता है। जबकि 3.3 परसेंट लोग इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैैं। 78.3 परसेंट लोगों ने कहा कि आगरा में क्षमता के अनुसार खेल सुविधाएं नहीं हैैं। 21.7 परसेंट ने कहा कि नहीं में उत्तर दिया। तीसरा सवाल पूछा गया कि क्या आगरा में अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम होना चाहिए? इसके जवाब में 98.3 परसेंट लोगों ने हां में जवाब दिया। जबकि 1.7 परसेंट ने नहीं में उत्तर दिया। चौथे सवाल में पूछा गया कि शहर में एक से अधिक स्थानों पर स्पोट्र्स एकेडमी होनी चाहिए? 96.7 परसेंट लोगों ने इसके लिए हां में उत्तर दिया। 3.3 परसेंट लोगों ने नहीं में उत्तर दिया।


यह पूछे सवाल
1-क्या आगरा के खिलाडिय़ों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने की क्षमता है?
हां-96.7 परसेंट
नहीं- 3.3 परसेंट

2-क्षमता के अनुसार क्या आगरा में खेल सुविधाएं हैैं?
हां- 21.7 परसेंट
नहीं- 78.3
3-क्या आगरा में अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम होना चाहिए?
हां- 98.3 परसेंट
नहीं-1.7 परसेंट
4-शहर में एक से अधिक स्थानों पर स्पोट्र्स एकेडमी होनी चाहिए?
हां- 96.7 परसेंट
नहीं- 3.3 परसेंट

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खेल भावना के साथ-साथ खेल सुविधाओं का होना जरूरी है। आगरा जैसे शहर में बहुत प्रतिभाएं हैैं। कई बार खिलाड़ी अपने परिवार का जीविकोपार्जन चलाने के लिए खेल छोड़ देता है तो कोई सुविधाओं के अभाव में। शहर में कई एकेडमी होंगी तो खेल में भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- अमिताभ गौतम, हॉकी कोच

आगरा में इंटरनेशनल स्टेडियम होना चाहिए। जिससे कि बच्चे अपने देश के लिए मेडल लेकर आएं और देश का नाम रोशन करें। आगरा में बहुत सारी स्पोट्र्स एकेडमी होनी चाहिए। जिनमें अच्छी फैसिलिटी के साथ अच्छे कोच हों। इससे देश के लिए ओलंपिक आने के चांस और बढ़ेंगे।
- रामप्रवेश दुबे, जिम्नास्टिक कोच

ऊर्जावान खिलाड़ी कड़ी मेहनत से आगे बढ़कर देश का नाम रोशन करते हैैं। प्रत्येक खिलाड़ी देश के लिए खेलना चाहता है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में वह अपनी प्रतिभा को निखार नहीं पाते हैैं। शहर में खेल के लिए सुविधाएं बढऩी चाहिए।
- डॉ। विष्णु वर्मा, खेल जगत फाउंडेशन

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सोशल मीडिया से आए कमेंट्स
शहर में खेल सुविधाएं बढऩी चाहिए। इससे खेलों को लेकर माहौल भी बढ़ेगा और खिलाडिय़ों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी.
- सुशील

हर कोई मनीषा कुशवाह, दीपक चाहर, सोनिया शर्मा बनना चाहता है। लेकिन पहले खेलों से अवगत नहीं होता, बाद में सुविधाओं के अभाव में खेलना छोड़ देता है.
- राहुल

खेलों में कैरियर बनाना काफी कठिन है। इसे काफी रिस्की समझा जाता है। एक वक्त तक स्टडी पर कम ध्यान देकर खेल पर ही फोकस हो तो कई बार कैरियर नहीं बन पाता.
- सुखविंदर

खेल के बारे में स्कूल लेवल पर ही कोच और सुविधाएं बढऩी चाहिए। इसके बाद ब्लॉक स्तर पर अच्छी-अच्छी एकेडमी होनी चाहिए। इससे अच्छे खिलाड़ी निकलकर आएंगे, जिनका बेसिक स्ट्रॉन्ग होगा। यह खिलाड़ी देश को मेडल दिलाएंगे.
- जतिन