आगरा(ब्यूरो)। सोमवार की दोपहर को बच्ची घर में अकेली थी। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाला किशोर उसके घर पहुंचा गया। वह बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर अपने घर ले गया। इसके बाद दुष्कर्म किया। घटना के बाद बच्ची रोते हुए अपने घर पहुंची। जहां परिजनों ने उसे जानकारी के बाद उपचार के लिए भर्ती कराया। परिजन शिकायत लेकर पुलिस के पास नहीं गए। उन्हें लग रहा था कि शिकायत करने पर बदनामी होगी। पड़ोसी ने भी माफी मांग ली। बदनामी के डर से परिजन चार दिन चुप रहे।

दुष्कर्म की शिकायत लेकर थाने पहुंची दादी
पड़ोसी से समझौते के बाद भी बच्ची की दादी इससे सहमत नहीं थी। उन्होंने कहा कि आरोपी को उसके किए की सजा मिलनी चाहिए। बच्ची की दादी शुक्रवार को थाना ताजगंज गई। बच्ची के दुष्कर्म की जानकारी पुलिस को दी। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने आरोपी के छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि बच्ची के परिजन दादी के द्वारा उठाए गए कदम से नाराज थे, लेकिन बच्ची की दादी ने बताया कि उसकी हालत ठीक नहीं है, वो आज भी दहशत में हैं।

वीडियो देख रहे किशोर
अक्सर देखा गया है कि पेरेंट्स किशोर को मोबाइल फोन पकड़ा देते हैं, लेकिन वे इस बात की जानकारी नहीं रखते की उनका बच्चा मोबाइल फोन में किस तरह का कंटेट देख रहा है। मनावैज्ञानिक डॉ। रचना सिंह ने बताया कि बच्चे अकेले में इस तरह के वीडियो देखते हैं, जो नहीं देखने चाहिए। लगातार इस तरह के वीडियो देखने के बाद उनके मन में गलत विचार आते हैं, इसके बाद वे अपने आसपास लोगों को सोचते हैं, कमजोर को आसानी से शिकार बना हैं। पेरेंट्स को बच्चों पर निगरानी रखनी चाहिए। अगर आवश्यक हो तो तभी मोबाइल फोन देना चाहिए, अपनी मौजूदगी में ही कार्य को पूरा कराएं। इस तरह निगरानी रखने से आने वाली समस्या से बचा जा सकता है।

पूरे मामले की जांच की जा रही है। उधर, क्षेत्र के लोगों ने पुलिस को बताया कि आरोपी किशोर मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखता रहता है।
अर्चना सिंह, एसीपी सदर