आगरा(ब्यूरो)। वहीं, शुक्रवार को 'टागरेट यूपीÓ के मास्टरमाइंड कमाल केपी को आगरा और नोएडा की एसटीएफ ने केरल से धर दबोचा।
25 हजार का था ईनामी
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुक्रवार को हाथरस की घटना की आड़ में ङ्क्षहसक दंगे कराने साजिश रचने के मामले में वांछित 25 हजार के इनामी पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के सक्रिय सदस्य कमाल केपी निवासी मल्लापुरम केरल को थाना मेलाटूर क्षेत्र के मल्लापुरम जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। सिद्दीकी कप्पन के मोबाइल डाटा से जांच में मिले एक वाइस नोट के आधार पर कमाल का नाम प्रकाश में आया था। वाइस नोट में कोडवर्ड का प्रयोग कर सीक्रेट मीङ्क्षटग बुलाई गई थी। जिसमें यूपी में दंगा भड़काने की साजिश रची गई थी। ये संदेश सिद्दीकी कप्पन ने कमाल को भेजा था। कमाल विस्फोटक के साथ लखनऊ में पकड़े गए केरल के कमांडर अंसद बदरुद्दीन के संपर्क में था।
पकड़े गए थे 4 आतंकी
यमुना एक्सप्रेस के मांट टोल प्लाजा से थाना मांट पुलिस ने 5 अक्टूबर 2020 को हाथरस के बूलगढ़ी की घटना की आड़ में दंगा भड़काने जा रहे पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआई) के सदस्य सिद्दीकी कप्पन, मसूद अहमद, अतीकुर्रहमान और मोहम्मद आलम गिरफ्तार किए थे। एसटीएफ की जांच में सीएफआई के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ शरीफ का नाम सामने आया। एसटीएफ ने केरल के तिरुअनंतपुरम से 12 दिसंबर 2020 को केए राऊफ शरीफ को भी गिरफ्तार कर लिया। राऊफ से पूछताछ में एसटीएफ को मालूम हुआ कि लखनऊ में विस्फोटक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किए गए पीएफआई केरल के कमांडर अंसद बदरुद्दीन और उसके साथी फिरोज खान से संबंध थे। बदरुद्दीन और फिरोज खान को भी एसटीएफ ने आरोपी बनाया। इस मामले की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के यहां हुई। एसटीएफ ने पांच अप्रैल 2021 को 4892 पेज का आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था।
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पीएफआई के कमाल पीके को केरल में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके रिमांड पर केरल से लाकर लखनऊ में पेश किया जाएगा। आरोपी यूपी में दंगा भड़काने का मास्टरमाइंड है। वॉयस नोट में नाम आने के बाद आगरा और नोएडा एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर आरोपी को पकड़ा है।
-राजकुमार मिश्रा, एसपी, एसटीएफ
कोडवर्ड में करते थे बात
कमाल केपी पर मथुरा और हाथरस में दंगा भड़काने, विस्फोटक पदार्थ सप्लाई करने का आरोप है। पूछताछ में आया कि आरोपी पीएफआई के दिल्ली मुख्यालय पर ऑफिस सेक्रेटरी के पद पर भी रहा है। पूछताछ में एसटीएफ के हाथों कुछ कोडवर्ड लगे हैं जिनका ताल्लुक प्रतिबंधित संगठनों द्वारा यूपी में हिंसा के मंसूबों से जुड़ा है। ये आतंकी मथुरा के लिए 'बांसुरी की धुनÓ जैसे शब्दों को कोडवर्ड के तौर पर प्रयोग में ला रहे थे। वहीं, हाथरस की वारदात के लिए वॉयस नोट में 'सॉफ्ट टारगेटÓ जैसे शब्दों को प्रयोग में लाया गया। कमाल केपी 'हिट स्क्वायडÓ का मूवमेंट मैनेज करता था।