आगरा(ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म के विकास के लिए सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड का गठन किया गया था। बोर्ड के गठन के बाद से ही इस दिशा में सार्थक प्रयास शुरू कर दिए गए थे। पर्यटन विभाग और अन्य विभागों के साथ मिलकर वन विभाग ने ईको टूरिज्म की दिशा में संभावनाएं तलाशने का काम किया। आगरा में कीठम स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार और राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी में ईको टूरिज्म की भरपूर संभावनाएं हैं। वन विभाग ने पर्यटन विभाग के साथ मिलकर सूर सरोवर पक्षी विहार में ईको टूरिज्म के विकास के लिए दो करोड़ की धनराशि का एक प्रस्ताव बोर्ड को भेजा था, जिसे बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए सरकार द्वारा 1.50 करोड़ रुपए की धनराशि भी आवंटित कर दी गई है।
पर्यटन सुविधाओं का हो रहा विकास
डीएफओ (वाइल्ड लाइफ) राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी आरुषि मिश्रा ने बताया कि वन विभाग ने पर्यटन विभाग के साथ मिलकर सूर सरोवर पक्षी विहार में ईको टूरिज्म के विकास के लिए दो करोड़ का एक प्रस्ताव बोर्ड को भेजा था, जिसे बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए सरकार द्वारा 1.50 करोड़ रुपए की धनराशि भी आवंटित कर दी गई है। इस धनराशि से सूर सरोवर पक्षी विहार में पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। इसमें झील के चारों ओर पैदल ट्रैक का सुधारीकरण, वुडन वॉच टावर, व्यू प्वाइंट, बायो टॉयलेट, गोल हट, ईको फ्र ंडली डस्टबिन, ब्रेंच और चैन फैंसिंग आदि कार्य किए जाएंगे।
स्थानीय लोग बनेंगे नेचर गाइड
उन्होंने बताया कि इससे ईको सिस्टम को सुधारने, पर्यटन को बढ़ावा देने और ग्रामीण स्तर पर स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। ईको टूरिज्म योजना के तहत पर्यटन, वन्य जीव एवं अन्य वानिकी कार्यों में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाएगा। वहीं स्थानीय शिक्षित व योग्य युवाओं को नेचर गाइड बनाया जाएगा। इसके लिए युवाओं का चयन कर उनको प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए भी विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है।