आगरा। राज्य बाल अधिकार संरक्षक आयोग की सदस्य ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है कि स्कूल में पढऩे वाले स्टूडेंट्स जोकि बंक मारकर बाहर टाइम पास करते थे, अब उन पर कुछ हद तक लगाम लग सकेगी। उनकी पढ़ाई का भी नुकसान नहीं होगा।

सार्वजनिक स्थानों पर नहीं मिलेगा प्रवेश
स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर पहले स्टूडेंट्स को सार्वजनिक स्थान पर एंट्री मिल जाती थी, लेकिन अब मॉल, रेस्टोरेंट, पार्क और स्मारकों में स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर आने वाले स्टूडेंट्स को प्रवेश न ही मिलेगा। अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं कि स्टूडेंट्स घर से ड्रैस में स्कूल के लिए निकलते हैं, वह सार्वजनिक स्थानों पर घूमते देखे जा सकते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, स्टूडेंट्स यूनिफॉर्म मेें सार्वजनिक स्थानों पर नहीं घूम सकेंगे।

क्राइम की घटनाओं पर अंकुश
अक्सर देख गया है कि स्टूडेंट्स स्कूल टाइमिंग के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर टाइम पास करते हैं, ऐसे में उनके साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। ऐसे में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है, लेकिन अब राज्य बाल संरक्षण आयोग की पहल पर ऐसा नहीं होगा। लगातार अपहरण, छेड़छाड़ की घटनाओं पर रोक लगाने पर सहायता मिल सकेगी।



अक्सर देखा गया है कि बच्चे स्कूल जाने के स्थान पर अपनी पढ़ाई छोड़कर पार्क और रेस्टोरेंट में नजर आते हैं, लेकिन इस पहल से सार्वजनिक स्थानों पर स्कूल टाइमिंग के दौरान आने वाले स्टूडेंट्स के प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी। इससे पेरेंट्स को राहत मिली है।
अंजुल शर्मा, टीचर


स्टूडेंट्स पढऩे के लिए स्कूल जाते हैं, लेकिन कई बार देखा गया है कि बाहर वह स्कूल यूनिफॉर्म में घूमते नजर आते हैं, पब्लिक प्लेस पर जाने से उन्हें कोई रोकता भी नहीं है। अगर ऐसा होता है तो यह सराहनीय कदम रहेगा।
राजेश मगरानी, पेरेंट्स


स्टूडेंट्स अगर यूनिफॉर्म पहनकर कहीं भी सार्वजनिक स्थानों पर जाते हैं तो उनसे पूछताछ होनी चाहिए, अगर उनको स्कूल टाइमिंग के दौरान कहीं घूमते देखा जाता है तो उनके पेरेंट्स को भी जानकारी होनी चाहिए।
सुशील चंद गुप्ता, अप्सा अध्यक्ष


स्कूल यूनिफॉर्म में अगर बच्चे स्कूल टाइमिंग में कहीं जाते हैं तो इसकी जानकारी पेरेंट्स को भी होनी चाहिए, अक्सर देखा गया है कि बच्चा घर से स्कूल जाने को निकलता है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर घूमते देखा जाता है, इस पर रोक लगानी चाहिए।
गिरधर शर्मा, सचिव अप्सा