वाटर वक्र्स पर पकड़ा
पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी एसटीएफ राकेश कुमार ने बताया कि आगरा समेत वेस्ट यूपी के जनपदों में हथियारों की तस्करी करने वालों की जानकारी मिली थी। पुलिस उपाधीक्षक उदय प्रताप के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक हुकुम ङ्क्षसह ने टीम के साथ सोमवार देर रात चेङ्क्षकग के दौरान बोलेरो कार सवारों को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम कुशाल व संतोष शर्मा निवासीगण तुलसीपुरा फतेहाबाद और श्रीभगवान निवासी नगरिया चमरौली निबोहरा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 32 बोर की 10 अवैध पिस्टल पकड़ीं। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे बड़वानी जिला (मध्य प्रदेश) के सेंधवा से पिस्टल लेकर आते थे। तीनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे। श्रीभगवान शर्मा को नवंबर 2021 में पांच पिस्टल के साथ ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में तीनों एक साथ पिस्टल लेकर आते थे और आगरा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आसपास के जिलों में बेचते थे।


कार में बनाया सीक्रेट चैंबर
आरोपी कुशाल सिंह ने बताया कि यह बोलेरो कार मेरी है और इस कार से ही हम लोग अवैध हथियारों की तस्करी करते हैं। अवैध हथियारों की तस्करी के लिए आरोपियों ने बोलेरो कार में एक सीक्रेट चैंबर बनाया था। कार में पिछली सीट के नीचे एक सीक्रेट चैंबर बनाया गया था जिसे ऊपर से ढ़क दिया गया था। खोजबीन के बाद भी पकड़ न हो सके, कार में ऐसा चैंबर देखकर पुलिस भी हैरान रह गई।
एक सप्लाई पर 2. 5 लाख रुपए
डीसीपी सिटी जोन विक ास कुमार का कहना है कि यह तस्कर हथियारों को मध्यप्रदेश से लाकर आगरा एवं आसपास के जनपदों में बेचते थे। गिरफ्तार तस्करों से एसटीएफ और पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आरोपियों ने बताया कि एक पिस्टल को वे यहां 30 से 35 हजार रुपए मेें बेचते थे जबकि मध्यप्रदेश से यह पिस्टल उन्हें 10 से 12 हजार रुपए में मिलती थी। ये पिस्टल उन्हें बड़वानी निवासी अशोक यादव और गुड्डू से मिलती थी।
हथियार तस्करों की जोड़ी जा रही कड़ी
डीसीपी सिटी जोन ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि पिस्टल मध्यप्रदेश के बड़वानी जनपद से लेकर आते थे। फिर पिस्टल को आगरा समेत वेस्ट यूपी के जिलों में बदमाशों और लुटेरों को बेचते थे। निकाय चुनाव से पहले डिमांड बढऩे पर पिछले दिनों वे लगातार सप्लाई कर रहे हैं। पुलिस अब इस मामले में हथियार तस्करों के गैंग की कड़ी को जोड़ रही है। तस्करों से वे नाम-पते भी तलाशे जा रहे हैं जिन्होंने हथियार खरीदे हैं।
बदमाश करते हैं इनका इस्तेमाल
तस्करों के पास से एसटीएफ की टीम ने जिन हथियारों को बरामद किया है, उन हथियारों को अक्सर बदमाश लूट और चोरी की वारदात में इस्तेमाल करते है। सूत्रों की मानें अवैध कारोबार करने वाल अक्सर वारदात को अंजाम देने के लिए तस्करी से खरीदे गए हथियारों का ही प्रयोग करते हैं।


पूर्व में भी जेल जा चुके हैं तस्कर
एसटीएफ ने पकड़े तस्करों से पूछताछ की है कि आखिर वे इन हथियारों को कहां खपाने जा रहे थे, ये अभी बड़ा सवाल है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पहले भी जेल भेजा गया है। उन्होंने अब तक सैकड़ों पिस्टल और अन्य असलाह शातिरों को बेच चुके हैं। पुलिस अब इस मामले में हथियार तस्करी गिरोह की कड़ी को जोड़ रही कर मामले की जांच कर रही है।


अभी है सवाल
-तस्कर, हथियारों को कहां से खरीदकर ला रहे थे?
-तस्कर हथियारों की खेप को कहां खपाने जा रहे थे?
-क्या इसके पीछे और भी लोग हैं, जो तस्करी करते हैं् ?



पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि पिस्टल मध्यप्रदेश से 10 से 12 हजार रुपए में पिस्टल लेकर आते थे जिसे आगरा समेत आसपास के जनपदों में 30 से 35 हजार रुपए में बेचते थे। तस्कर कई सालों से इस अवैध कारोबार को कर रहे हैं, पूर्व में भी यह तस्करी के ही आरोप में जेल जा चुके हैं। मध्यप्रदेश पुलिस के साथ तालमेल कर अवैध हथियार बनाने वालों की धरपकड़ की जाएगी साथ ही उन लोगों को भी पकड़ा जाएगा जिन्होंने अवैध हथियार की खरीद की है।
-विकास कुमार, डीसीपी, सिटी जोन

आगरा में हथियारों की तस्करी
14 जुलाई 2017
-दिल्ली पुलिस ने अवागढ़ के एक युवक की निशानदेही पर पिस्टल व अन्य हथियार किए बरामद

15 नवंबर 2021
-इरादत नगर पुलिस ने हथियार तस्कर गिरफ्तार, चार पिस्टल की पुलिस ने बरमाद

24 जनवरी, 2023
-यूपी एसटीएफ ने तीन तस्करों के पास से 10 पिस्टल की बरामद, एमपी से हो रही थी सप्लाई

18 जनवरी, 2022
-एमपी से हथियारों की सप्लाई करने वाले दो आरोपी पुलिस ने किए गिरफ्तार, 3 पिस्टल बरामद