आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर मोहम्मद अरशद ने बताया कि राज्य सरकार के आदेश के अनुपालन में कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक द्वारा निर्देशित किया गया था कि आवासीय इकाई के सभी विभागों में स्टूडेंट्स के लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रो। मोहम्मद अरशद ने आगे बताया कि परीक्षा पर चर्चा एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो वर्ष 2018 से प्रारंभ हुआ था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानमंत्री स्टूडेंट्स एवं उनके पेरेंट्स से आमने सामने बात करते हैं।
प्रतियोगिताओं को उपहार के रूप मेें करें स्वीकार
परीक्षा पर चर्चा के पंचम चरण का आयोजन एक अप्रैल को किया गया। आज के आयोजन में प्रधानमंत्री ने स्टूडेंटस को प्रतियोगिताओं से घबराने के बजाय प्रतियोगिताओं को जीवन में मिले एक उपहार के रूप में स्वीकार करने की प्रेरणा दी। उन्होंने प्रतियोगिता को जीवन में आगे बढऩे के एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में वर्णित किया, साथ ही आपने यह भी बताया कि प्रतियोगिता को स्टूडेंटस स्वयं के मूल्यांकन के एक साधन के रूप में ग्रहण करें।
रुचि पूर्वक कार्य करने से जीवन में सफलता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को आज के समय के अनुरूप चलने वाली योजना के रूप में वर्णित किया। आगे प्रधानमंत्री ने बताया कि स्टूडेंट्स को अपनी पसंद के अनुसार ही विषय क्षेत्र का चयन करना चाहिए, ऐसा करने से उनके मन में कार्य करने की रुचि पैदा होगी और जब वह रुचि पूर्वक कोई कार्य करेंगे तो जीवन में सफलता की पराकाष्ठा को प्राप्त कर सकेंगे ।
रुझान होगा तो मिलेगा सफलता का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने इसकी तुलना मिट्टी के अलग-अलग प्रकारों से करते हुए बताया कि जिस प्रकार एक विशेष प्रकार की मिट्टी में एक विशेष पौधे का बीज ज्यादा वृद्धि करता है, ठीक उसी प्रकार जिस क्षेत्र में बच्चों का रुझान अधिक होगा वह भी उसी क्षेत्र में अधिक वृद्धि कर सफलता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। आवासीय इकाई के विभिन्न संस्थानों और विभागों में आज के आयोजन के छायाचित्र भी दिखाए गए।