आगरा (ब्यूरो)। ताजनगरी में अभी भी 21 परसेंट बच्चे ऐसे हैैं जिनका वैक्सीनेशन पूर्ण नहीं हुआ है। ऐसे में इन बच्चों को इन गंभीर रोगों के होने का खतरा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन दिनों तीन चरणों में इंटीग्रेटेड मिशन इंद्रधनुष-5.0 अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके तहत इन छूटे हुए बच्चों का वैक्सीनेशन पूर्ण किया जा रहा है। यदि आपका बच्चा भी इन 21 परसेंट बच्चों में से एक है तो आप भी इस अभियान के दौरान नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपने बच्चे का वैक्सीनेशन पूरा करा लें, अन्यथा आपके बच्चे को 11 में से कोई भी गंभीर बीमारी हमला कर सकती है।

चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा आगरा में 11 तरह बीमारियों से बचाव के लिए पांच साल में सात बार वैक्सीन लगाई जाती हैैं। उन्होंने बताया कि आगरा में सात अगस्त से आईएमआई-5.0 अभियान शुरू हुआ है। यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा। पहला चरण सात से 12 अगस्त तक, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर तक और तीसरा चरण नौ से 14 अक्टूबर तक चलेगा। सभी पैरेंट्स से अपील है कि वह अपने शून्य से पांच साल तक के बच्चे को वैक्सीन अïवश्य लगवाएं, जिससे कि वह गंभीर व जानलेवा रोगों से बचा रह सके। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान 2036 सेशन आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान छूटे हुए 7293 बच्चों को पेंटा फस्र्ट 6320 बच्चों को पेंटा सेकंड, 6364 बच्चों को पेंटा थर्ड, 7811 बच्चों को एमआर फस्र्ट 7733 बच्चों को एमआर सेकंड, 3760 बच्चों को टीडी फस्र्ट, 3172 बच्चों को टीडी सेकंड, 1780 बच्चों को टीडी बूस्टर वैक्सीन लगाई जाएंगी।


डिस्ट्रिक्ट इम्युनाइजेशन ऑफिसर डॉ। संजीव वर्मन ने बताया कि वैक्सीनेशन कराने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जानलेवा बीमारियों से बचाव होता है। पैरेंट्स इस बात का ध्यान रखें कि उनके बच्चों का वैक्सीनेशन न छूटे। डीआईओ ने बताया कि अभियान के दो दिनों में अभी तक पेंटा फस्र्ट की 1113 वैक्सीन, पेटा सेकंड की 891, पेटा थर्ड की 903 वैक्सीन, एमआर फस्र्ट की 1466 वैक्सीन, एमआर सेकंड की 1263 वैक्सीन, टीडी फस्र्ट की 716 वैक्सीन, टीडी सेकंड की 435 वैक्सीन, टीडी बूस्टर की 452 वैक्सीन लगाई गई हैैं। डीआईओ ने बताया कि अभियान के दौरान गर्भवती महिलाओं को टिटनेस एंड एडल्ट डिप्थीरिया (टीडी) की वैक्सीन लगाई जाएगी।

बच्चे को जन्म के तुरंत बाद या 24 घंटे के भीतर बीसीजी वैक्सीन, ओपीवी और हेपेटाइटिस से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाती है। किसी कारणवश वैक्सीन लग पाए तो ओपीवी की पहली खुराक एक माह तक दी जा सकती है। बीसीजी वैक्सीन एक साल के अंदर लगवाई जा सकती है। ओपीवी, पेंटा, रोटावायरस, पीसीवी, आईपीवी की वैक्सीन डेढ़ माह, ढाई माह, और साढ़े तीन माह में लगते है। एमआर व विटामिन ए की खुराक जन्म के नौ माह पर दी जाती है। डीआईओ ने बताया कि पैरेंट्स को मातृ शिशु सुरक्षा (एनसीपी) कार्ड संभाल कर रखना चाहिए। इसमें बच्चे के वैक्सीन की संपूर्ण जानकारी होती है.सीएमओ कार्यालय में बुधवार को आईएमआई-5.0 अभियान को लेकर मीडिया वर्कशॉप आयोजित की गई। इसमें सीएमओ डॉ। अरुण श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ। पीके शर्मा, यूनिसेफ के डीएमसी राहुल कुलश्रेष्ठ, डॉ। सलोनी व स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज जायसवाल मौजूद रहे।


इन बीमारियों से होगा बचाव
टीबी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, निमोनिया, काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, रतौंधी आदि

कब लगवाएं कौन-सी वैक्सीन
बीसीजी वैक्सीन- जन्म के तुरंत बाद
ओपीवी- जन्म के समय, डेढ़ माह पर, ढाई माह पर, साढ़े तीन माह पर, 16 से 24 माह पर
आरवीवी- डेढ़ माह, ढाई माह, साढ़े तीन माह पर
एमआर- नौ माह, 16 से 24 माह
एफआईपीवी- डेढ़ माह, साढ़े तीन माह
पीसीवी- डेढ़ माह, साढ़े तीन माह, नौ माह
डीपीटी- 16 से 24 माह, पांच वर्ष
पेंटावेलेंट- डेढ़ माह, ढाई माह, साढ़े तीन माह
हेपेटाइटिस बी- जन्म के समय
टीडी- 10 वर्ष, 16 वर्ष
विटामिन-ए- नौ माह पर

2036 सेशन आयोजित होंगे अभियान में
7293 बच्चों को पेंटा फस्र्ट वैक्सीन लगाई जाएगी
6320 बच्चों को पेंटा सेकंड वैक्सीन लगाई जाएगी
6364 बच्चों को पेंटा थर्ड वैक्सीन लगाई जाएगी
7811 बच्चों को एमआर फस्र्ट वैक्सीन लगाई जाएगी
7733 बच्चों को एमआर सेकंड वैक्सीन जाएगी
3760 बच्चों को टीडी फस्र्ट वैक्सीन लगाई जाएगी
3172 बच्चों को टीडी सेकंड वैक्सीन लगाई
1780 बच्चों को टीडी बूस्टर वैक्सीन लगाई जाएंगी।
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आईएमआई 5.0 अभियान के अंतर्गत अपने छूटे हुए बच्चों को वैक्सीन अवश्य लगवाएं।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

वैक्सीन लगवाने से बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इससे बच्चों का इन गंभीर रोगों से बचाव होता है।
- डॉ। संजीव वर्मन, डीआईओ