आगरा(ब्यूरो)। एक्सिस बैंक के स्टाफ ने भी फॉर्म के साथ आधार कार्ड की अनिवार्यता बताई। करकुंज की ओर आगे बढ़े तो बीच में स्थित केनरा बैंक की शाखा में सन्नाटा पसरा हुआ था। यहां भी फॉर्म भरने की अनिवार्यता बताई गई। बैंकों में दो हजार का नोट बदलने वालों की ज्यादा भीड़ तो नहीं उमड़ी, लेकिन जो भी पहुंचा बैंकों ने उससे फॉर्म भरवाया तो अधिकांश ने आधार कार्ड भी लगवाया।

चलन से होगा बाहर
दो हजार का नोट चलन से बाहर होगा, इस निर्णय के आने बाद बैंकों को नोट बदलने के आरबीआई ने निर्देश दिए थे। मंगलवार से इसकी शुरुआत हुई तो सुबह से लोग बैंक पहुंचने लगे। कुछ लोग ऐसी बैंक पहुंचे जहां उनका खाता नहीं था, तो वहां एनेक्जर-3 के नाम से बैंक की ओर से फॉर्म उपलब्ध कराया गया। कुछ बैंक के फॉर्म में आधार की अनिवार्यता थी तो कुछ में विकल्प भी थे। इसमें नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर के कॉलम थे। पहचान-पत्र के रूप में ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस, पासपोर्ट, नरेगा कार्ड, पैन कार्ड के विकल्प दिए गए थे। संजय प्लेस स्थित बैंक की ब्रांच में बैंक स्टाफ सुबह से तो फॉर्म भरवा रही थी, लेकिन दोपहर में बिना फॉर्म भरे नोट बदलने की चर्चा थी।

दो शाखा रहीं बीमार, ग्राहक हुए परेशान
दो हजार का नोट बदलने सहित विभिन्न कार्यों से बैंक पहुंचने वालों को दो ब्रांच से पूरे दिन निराश होकर लौटना पड़ा। दिल्ली गेट स्थित इंडियन बैंक की ब्रांच लाइट नहीं आने के कारण और एसबीआई की गांधी नगर ब्रांच सर्वर कनेक्टिविटी नहीं मिलने के कारण पूरे दिन ग्राहक बैरंग हुए। लोहामंडी से आए खाता धारक राजेश ने बताया कि इंडियन बैंक में धनराशि जमा करने के लिए आए हैं। बेटा नोएडा में है, जिसके पास एटीएम है। उसको जरूरी काम के लिए धनराशि की आवश्यकता है, लेकिन खाते में पैसा जमा नहीं हों पा रहा है। इस दौरान दो हजार के नोट बदलने पहुंचे हेमेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि सुबह से दो बार बैंक के चक्कर लगा चुका हूं। दोपहर तक लाइट नहीं आने और उस कारण कार्य नहीं होने की बात कह लौटा दिया जा रहा है। एसबीआई की गांधी नगर शाखा में सुबह 11 बजे से कनेक्टिविटी चली गई। इसके बाद पहुंचने वाले सभी खाता धारकों को मुश्किल हुई। वहीं दो हजार के नोट बदलने पहुंचने वालों को भी निराश होकर लौटना पड़ा। कैश काउंटर पर मौजूद दीपिका अग्रवाल ने बताया कि सर्वर कनेक्टिविटी नहीं मिल पाने के कारण कार्य प्रभावित हो रहा है। दो हजार के नोट भी तभी बदले जाएंगे जब सर्वर सुचारू हो जाएगा।
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बेलनगंज की किसी बैंक ने नहीं बदले नोट
नेशनल चैंबर के पूर्व अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि बैंकों ने नोट बदलने में मनमानी की। बेलनगंज क्षेत्र की किसी भी बैंक ने दो हजार के नोट नहीं बदले। इससे लोगों को बहुत मुश्किल हुई।

आरबीआई की गाइडलाइन के बाद दो हजार के नोट नहीं लिए जा रहे हैं। जो नोट हैं उनको भी बैंक से बदलने का प्रयास है।

नमन

नई गाइडलाइन के बाद दो हजार के नोट कम ही ले रहे हैं। अगर किसी कस्टमर के पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है तो दो हजार का नोट ले लेते हैं।

अमित


दो हजार के नोट को लेकर नई गाइडलाइन टेंशन देने वाली तो है। आपके जो नोट हैं उनको लेकर आपको बैंक में लगना होगा, फिर कई तरह फॉर्मेटिलिटीज करनी होंगी।
ललिता

सरकार के निर्देश जारी हुए तो ऐसा लगा कि नोटबंदी हुई है। अब जो भी नोट हैं उनको बदलने के लिए भी बैंक में कतार लगानी होगी।
पुष्पा