आगरा। आरपीएफ ने ऑपरेशन आहट के तहत अभियान चलाकर 47 मानव तस्करों को अरेस्ट किया है। बता दें, मानव तस्करी का उपयोग यौन शोषण, देह व्यापार, जबरन मजदूरी, जबरन शादी, गोद देना, भीख मंगवाना, मादक पदार्थों की तस्करी और अंगों का प्रत्यारोपण करना आदि काम शामिल हैं। पिछले पांच वर्षो में 2017 से 2021 तक आरपीएफ ने 2178 लोगों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है।
हर थाने में स्थापित की एएचटीयू
मानव तस्करी को रोकने के लिए थानों में एएचटीयू (एंटी हृयूमन टै्रफिकिंग यूनिट) की इकाइयां स्थापित की गई हैं। इसके तहत मानव तस्करी के खिलाफ अभियान चलाकर मानव तस्करी को रोकने का काम किया जा रहा है। बता दें कि हाल ही में आरपीएफ ने एसोसिएशन ऑफ वॉलंटरी एक्शन एवीए नामक गैर सरकारी संगठन के साथ समझौता किया है। इस संगठन को बचपन बचाओ आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है। यह संगठन प्रशिक्षण के जरिये आरपीएफ की सहायता करेगा तथा आरपीएफ को मानव तस्करी के बारे में सूचनाएं भी देगा।