आगरा। लोगों को रेलवे क्रॉसिंग पर इंतजार करना पड़ता था। वहीं जिन लोगों को जल्दी होती थी वह निकलने के प्रयास में रेलवे दुघर्टनाओं का शिकार भी बन चुके हैं। अब रेलवे क्रॉसिंग समाप्त होने से ऐसे हादसों पर रोक लग सकेगी। बता दें कि आगरा मंडल में 109 रेलवे क्रॉसिंग थी। इस बारे में रेलवे की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि अब कोई भी क्रॉसिंग अनमेंड (जिस पर चौकीदार तैनात न हो) नहीं है।

8 आरओबी बनाए गए
आगरा मंडल समेत एनसीआर में 8 आरओबी बनाए गए हैं। इसके अलावा 46 रोड अंडर ब्रिज निर्माण किया गया है। इसके अलावा 10 क्रॉसिंग को इंटरलॉक किया गया है। सुरक्षा व संरक्षा को मजबूत करने के लिए 17 फाटकों को यांत्रिक ऑटोमेटिक रुप से संचालित किए जा रहे हैं।

10 क्रेक्स हटाए गए
आगरा समेत एनसीआर में रेलवे ने ट्रेनों को गति देने के लिए 10 क्रेक्स गति प्रतिबंध को स्थायी तौर पर हटा दिया गया है। इनमें से नैनी-प्रयागराज, झांसी-मानिकपुर और सोमना-डावर सेक्शन में एक-एक गति प्रतिबंध, चुनार-चोपन, मथुरा-पलवल सेक्शन में दो-दो और बिड़लानगर-उड़ी मोड़ सेक्शन से तीन स्थायी गति प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। इससे रेलवे की रफ्तार में इजाफा हुआ है।

आगरा रेलवे मंडल एक नजर
- आगरा मंडल में कुल रेलवे स्टेशन 100
- आगरा से प्रतिदिन गुजरने वाली मालगाड़ी लगभग 300
- आगरा से प्रतिदिन गुजरने वाली पैंसेजर्स ट्रेन लगभग 250
-आगरा कैंट से 461 रूट में से 22 से ज्यादा में इंटरलांकिंग सिस्टम है।

सेक्शन नॉन इंटरलॉकिंग कुल गेट टेलीफोन समेत
आगरा-पलवल 54 54
आगरा-धौलपुर 16 28
आगरा फोर्ट-बांदीकुई 27 78
जयपुर-टूण्डला 02 03
मथुरा-अछनेरा 04 06
ईदगाह-बयाना 17 48
मथुरा-अलवर 11 34
आगरा कैंट-ईदगाह 01 01
भांडई- 02 02
मथुरा-वृन्दावन 00 00
कुल 134 254

नोट: आगरा मंडल समेत एनसीआर में 37 इंटरलॉकिंग स्थापित किए गए हैं। इसमें आगरा में 3 गेट को इंटरलॉक किया गया है। 55 किमी। ऑप्टिकल फाइबर केबल को शुरु किया गया है। एनसीआर में 395 लेवल क्रॉसिंग गेट इंटरलॉक किए गए हैं। इसके अलावा एनसीआर में 108 किमी। ऑटोमेटिक सिगंलिंग का काम पूरा किया गया है।