आगरा(ब्यूरो)। फतेहाबाद रोड स्थित होटल रमाडा प्लाजा को सील करने के लिए टीम पहुंची, लेकिन होटल प्रशासन ने चार दिन में 2.75 करोड़ रुपए की बकाया धनराशि जमा कराने का आश्वासन दिया। इस पर टीम ने होटल को सील नहीं किया। गृह कर की वसूली का अभियान हरीपर्वत, लोहामंडी, छत्ता, ताजगंज जोन के 150 प्रतिष्ठानों, दुकानों और मकानों में चला। संबंधित स्वामियों से बकाया धनराशि की वसूली की गई।

अब तक 30 करोड़ की वसूली
नगर निगम के 100 वार्डों में साढ़े तीन लाख भवन हैं। इस वित्तीय साल में गृह कर की वसूली का लक्ष्य 60 करोड़ रुपए है। अब तक 30 करोड़ रुपए से अधिक की वसूली हो चुकी है। दो माह पूर्व निगम प्रशासन ने चार जोन में 50 हजार भवन स्वामियों को नोटिस जारी किए थे। बकाया धनराशि को जल्द जमा कराने के लिए कहा गया था, लेकिन बड़ी संख्या में स्वामियों ने जमा नहीं कराया।

चार जोन की टीमों ने चलाया अभियान
मंगलवार को चार जोन की टीमों ने विशेष अभियान चलाया। लोहामंडी जोन की टीम सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र साइट सी पहुंची। व्यापारी शरद लूथरा पर 14 लाख रुपए की बकायेदारी थी। टीम ने फैक्ट्री को सील कर दिया। निगम के एक अधिकारी ने बताया कि फैक्ट्री के एक हिस्से को तोड़ जा चुका है। वहीं ताजगंज जोन की टीम होटल रमाडा प्लाजा पहुंची। होटल पर 2.75 करोड़ रुपए की बकायेदारी थी। सहायक नगरायुक्त सरिता ङ्क्षसह ने बताया कि होटल रमाडा नगर निगम की सीमा में आता है। होटल प्रशासन ने चार दिन में बकाया धनराशि जमा कराने का आश्वासन दिया। जिस पर होटल को सील नहीं किया गया। वहीं दिनभर चले अभियान में हरीपर्वत जोन में 11 लाख, लोहामंडी जोन में 15 लाख, छत्ता जोन में नौ लाख, ताजगंज जोन में साढ़े तीन लाख रुपए की बकायेदारी की वसूली की गई।

होटल रमाडा नगर निगम की सीमा में आता है। होटल प्रशासन ने चार दिन में बकाया धनराशि जमा कराने का आश्वासन दिया। जिस पर होटल को सील नहीं किया गया। जिन पर भी हाउस टैक्स बकाया है, वह जल्द से जल्द जमा कराएं।
सरिता ङ्क्षसह, सहायक नगरायुक्त


नगर निगम हमसे वर्ष 2014 से कर की मांग कर रहा है, जबकि हमारा होटल वर्ष 2017 में बनकर तैयार हुआ था। हमारा पक्ष नगर निगम के अधिकारी नहीं सुन रहे हैं। हम कागजी कार्रवाई कर रहे हैं।
सुमंत कटारा, महाप्रबंधक, होटल रमाडा प्लाजा