दोबारा प्रेसिडेंट बनने के बाद वे अपना पहला स्टेट ऑफ यूनियन भाषण दे रहे हैं. ओबामा ने कहा, “अगले एक साल में अफगानिस्तान से 34 हज़ार अमरीकी सैनिक देश वापस लौटेंगे. अफगानिस्तान के प्रति हमारी प्रतिबद्वता किस तरह की होगी इसमें थोड़ा बदलाव आएगा. हमारा काम मुख्यत अफगान सैनिकों को प्रशिक्षण देना होगा. साथ में आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए सहयोग चलता रहेगा.”
अमरीकी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में मुख्यत अर्थव्यवस्था पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार देश में विकास को फिर से बल देने के लिए पूरा ज़ोर लगाएगी. ओबामा का कहना था कि मध्यम वर्ग के लिए अच्छी नौकरियाँ दी जाएँगी ताकि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके.
उन्होंने गन वाइलेंस और आप्रवासन सुधारों पर भी भाषण में चर्चा की. प्रतिनिधि सभा में अपने संबोधन में ओबामा ने कहा, मैं कांग्रेस के सदस्यों से आग्रह करता हूँ कि घाटा कम करने के लिए, बजट कटौती और कर सुधार के मुद्दे पर सहयोग करेंगे.
इस साल जनवरी में ओबामा और अफ़गानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने समझौता किया था कि लड़ाई के अभियान का जिम्मा अफ़ग़ान सैनिकों को सौंपा जाएगा. इससे पहले व्हाईट हाउस ने इशारा किया था कि वो कम से कम 900 सैनिकों को अफ़ग़ानिस्तान में रहने देना चाहेगा.
लेकिन अधिकारियों का ये भी कहना है कि वो एक बी सैनिका वहां न छोड़ने पर बी चर्चा करेंगे. वर्ष 2010 में अफ़गानिस्तान में एक लाख अमरीकी सैनिक थे जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या थी.
संवाददाताओं का कहना है कि राष्ट्रपति लोकप्रिय हैं लेकिन अपनी योजनाओं को आगे बढाने के लिए उन्हें काफी काम करना होगा. 2014 में मध्यावधि चुनाव हैं और आमतौर पर सत्ताधारी पार्टी की अकसर कांग्रेस में सीटें कम हो जाती हैं
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