इन कुत्तों से जुड़ी सात ख़ासियतों पर एक नज़र.
1. ओबामा दुनिया के किसी भी कोने में हों, उनकी सुरक्षा दस्ते में सात प्रशिक्षित मेलिनोइस कुत्ते शामिल होते हैं.
2. मेलिनोइस प्रजाति के कुत्ते दुनिया भर में तेज़ तर्रार माने जाते हैं. उनकी सूंघने की क्षमता सबसे ज़्यादा होती है. यही वजह है कि बम विस्फोटक और अन्य संदिग्ध पदार्थों की तलाशी में ये सबसे बेहतर माने जाते हैं.
3. साइज़ के लिहाज़ मेलिनोइस मीडियम साइज़ के ही कुत्ते होते हैं लेकिन वे अपने से कहीं बड़े आकार के जर्मन शेफ़र्ड के मुक़ाबले ज़्यादा ताक़तवर होते हैं.
4. इतना ही नहीं कुत्तों की इस प्रजाति में सबसे ज़्यादा एनर्जी होती है. मेलिनोइस प्रति घंटे 25 मील की रफ़्तार से दौड़ सकते हैं.
5. इसके काटने से प्रति वर्ग इंच पर सैकड़ों पाउंड का दबाव एक साथ पड़ता है.
6. ज़्यादा एनर्जी होने के चलते मेलिनोइस को संभालना चुनौती भरा होता है. पर्याप्त ट्रेनिंग और कसरत नहीं करने पर मेलिनोइस ख़तरनाक व्यवहार करने लगते हैं.
7. अमूमन तीन साल तक मेलिनोइस आम कुत्तों जैसा ही नजर आता है, लेकिन पांच साल की उम्र में पहुंचने के बाद वे ख़तरनाक होने लगते हैं.
उन्हें वक्त रहते ट्रेनिंग मिलनी शुरू हो जाए तो वे दुनिया के सबसे तेज़ तर्रार कुत्ते बन जाते हैं. बराक ओबामा की सुरक्षा दस्ते में सबसे ख़तरनाक मेलिनोइस कुत्ते शामिल हैं.
International News inextlive from World News Desk