न्यूयॉर्क (एएनआई)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल अपनी तीन दिन की यात्रा पर अमेरिका पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर समेत कई बड़े मुद्दों पर बात की है। इसी बीच अमेरिकी सांसद और विदेश मामलों में हाउस कमिटी के चेयरमैन एलियट एल. एंगेल ने सोमवार को पाकिस्तान से कहा कि अगर वह भारत से बातचीत करना चाहते हैं तो पहले उन्हें अपने देश में आतंकियों को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। बता दें कि एंगेल ने अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला से बात करते हुए यह बयान दिया। इससे थोड़ी देर पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मध्यस्थता करने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि, भारत सरकार ने ट्रंप के इस बयान को खारिज कर दिया है। भारत का कहना है कि पीएम मोदी ने ट्रंप से इस तरह का कोई भी अनुरोध नहीं किया है।
फायदे वाली बातचीत के लिए आतंकियों का खात्मा जरुरी
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, 'चेयरमैन एंगेल ने कश्मीर विवाद पर अमेरिका की तरफ से फिर से अपना समर्थन दिया है। उनका कहना है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का समर्थन करते हैं लेकिन यह सिर्फ दोनों देश ही तय कर सकते हैं कि उन्हें एक दूसरे से बात करना है या नहीं। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान भारत के साथ फायदे वाली बातचीत करना चाहता है तो पहले उसे अपने देश में आतंकियों को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम उठाना होगा।'
व्हाइट हाउस ने भी आतंकियों को खत्म करने के लिए कहा
बता दें कि सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप और इमरान खान के बीच हुई मुलाकात के बाद व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा, 'पाकिस्तान को अपने देश में सभी आतंकी संगठन को बंद कराना होगा, इसपर कार्रवाई जरुरी है।' पाक पीएम इमरान खान रविवार को प्राइवेट जेट के बजाय कतर एयरवेज की कमर्शियल फ्लाइट से अमेरिका पहुंचे। जब उनकी फ्लाइट डुललेस एयरपोर्ट पर पहुंची, तो उनके स्वागत के लिए अमेरिकी प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नहीं गया था। बाद में, खान ने पाकिस्तानी दूत के घर तक मेट्रो से सफर की। इसको लेकर सोशल मीडिया पर इमरान की खूब फजीहत हुई। हालांकि, अमेरिकी सरकार ने बाद में अपना एक बयान जारी करके बताया कि उन्होंने खान के स्वागत के लिए प्रोटोकॉल चीफ को हवाई अड्डे पर भेजा था।
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