कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में अमेरिका से एक खास खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स स्पेस से अपना वोट डालेंगी। इसके साथ ही बुच विल्मोर भी स्पेस से ही वोटिंग करेंगे। दरअसल इसी साल जून के पहले हफ्ते में बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस में लेकर गया था। जिस पर नासा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्पेसक्राफ्ट फरवरी 2025 में दोनों फंसे हुए एस्ट्रोनॉट्स को लेकर धरती पर वापस आ जाएगा। जबकि अमेरिका में नबंवर 2024 में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। जिसको लेकर बताया गया है कि दोनो एस्ट्रोनॉट स्पेस से ही अपने-अपने वोट का यूज करेंगे।
वोटिंग के लिए एक्साइटेड हैं सुनीता
बीते शुक्रवार को सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने स्पेस से ही प्रेस कांफ्रेस की। मीडिया से बात करते हुए बुच विल्मोर ने स्पेस से वोट डालने की जानकारी दी। उन्होंने बताया- मैंने आज ही अपना बैलेट भेजने की प्रोसेस शुरू की है। यह एक इम्पोर्टेंट ड्यूटी है और नासा इस बात को सुनिश्चित करता है कि हम वोट कर सकें। इसके साथ ही सुनीता विलियम्स ने कहा कि वो स्पेस से वोटिंग करने के लिए काफी एक्साइटेड हैं।
क्या है स्पेस से वोटिंग का प्रोसेस
नासा के एस्ट्रोनॉट्स साल 1997 से ही स्पेस से वोटिंग करते आ रहे हैं। वो स्पेस स्टेशन में मौजूद ऑर्बिटिंग लैबोरेट्री से एस्ट्रोनॉट इलेक्ट्रॉनिक बैलेट से वोटिंग करते आ रहे हैं। आपको बता दें कि सबसे पहले सैटेलाइट फ्रीक्वेंसी के जरिए इलेक्ट्रॉनिक बैलेट्स को स्पेस स्टेशन भेजा जाता है। जिसके बाद एस्ट्रोनॉट्स वोट डालते हैं। इसके बाद उन इलेक्ट्रॉनिक बैलेट्स को वापस धरती पर भेज दिया जाता है। इन सभी वोटों को ह्यूस्टन में नासा के कंट्रोल सेंटर में भेजे जाने से पहले एन्क्रिप्ट किया जाता है। जिसके बाद उन्हें काउंटी क्लर्क के पास भेज दिया जाता है।
किसने डाला था सबसे पहले स्पेस से वोट
टेक्सास के सांसदों ने साल 1997 में नासा के एस्ट्रोनॉट्स के लिए एक कानून बनाया। जिससे की नासा एस्ट्रोनॉट्स स्पेस से ही अपना वोट डाल सकें। आपको बता दें कि डेविड वुल्फ स्पेस से वोट डालने वाले पहले इंसान हैं। डेविड ने पहली बार मीर स्पेस स्टेशन से अपना वोट डाला था।
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