वाशिंगटन (रॉयटर्स)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच होने वाली दूसरी बैठक से पहले अमेरिका के एक बड़े सैन्य कमांडर ने मंगलवार को कहा कि ऐसी उम्मीद है कि उत्तर कोरिया अपने सभी परमाणु हथियारों को नष्ट नहीं करेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा हो सकता है कि हनोई में बैठक के बाद उत्तर कोरिया के इरादों में बदलाव देखा जाये। इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख एडमिरल फिलिप डेविडसन ने नॉर्थ कोरिया के इरादों पर संदेह जताते हुए कहा, 'कुछ इंटेलिजेंस रिपोर्ट बताते हैं कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार नष्ट करने को लेकर गंभीर नहीं है। हमें लगता है कि वह अपने सभी परमाणु हथियारों या उसके उत्पादन क्षमताओं को कम नहीं करेगा, वह सिर्फ इस विषय पर बात करना चाहता है।'
यूएस इंटेलिजेंस के डायरेक्टर ने भी कही यही बात
बता दें कि पिछले महीने यूएस इंटेलिजेंस के निदेशक डैन कोट ने भी अमेरिकी संसद में यही बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उत्तर कोरिया के इरादे यह बयां करते हैं कि वह अपने सभी परमाणु हथियारों को नष्ट नहीं करने वाला है। भले ही किम के साथ सिंगापुर में हुई पहली बैठक से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को कोई बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं हुई लेकिन बावजूद इसके वह उत्तर कोरियाई नेता के साथ दूसरी बैठक करने के लिए बेहद उत्सुक हैं। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग-उन की दूसरी मुलाकात वियतनाम के हनोई में 27 और 28 फरवरी को होगी। इससे पहले दोनों नेताओं की पहली मुलाकात सिंगापुर में पिछले साल जून में हुई थी।
परमाणु हथियार नष्ट करने के लिए हो गया था तैयार
पहली बैठक के दैरान उत्तर कोरिया परमाणु हथियार नष्ट करने के लिए राजी हो गया था। किम ने जहां पूर्णतः परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतबिद्धता जताई, तो वहीं बदले में अमरीका ने भी प्योंगयांग को सुरक्षा की गारंटी दी थी। हालांकि, दोनों देश बैठक के दौरान किये गए अपने वादे को अब तक पूरा नहीं कर पाए हैं। अब इस बैठक से दोनों नेताओं को काफी उम्मीदें हैं।
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