कानपुर देहात (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के साथ उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में उनके पैतृक गांव परौंख गए। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वहां मौजूद थे। पीएम मोदी ने कहा, "इस भूमि में देव भक्ति (भक्ति) और देश भक्ति (देशभक्ति) है। राष्ट्रपति मिलन केंद्र के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को एक नई दिशा दे रहे हैं। यह गांव एक आदर्श गांव के रूप में एक उदाहरण स्थापित करेगा।'
राष्ट्रपति मुझे लेने आए तो मैं शर्मिंदा था
पीएम मोदी ने आगे कहा, "भारतीय गांवों का आधुनिकीकरण करना हमारी जिम्मेदारी है। यह नए भारत का आदर्श है। देश को आगे बढ़ने के लिए गांवों को सुधारने की जरूरत है।" पीएम ने कानपुर देहात में कहा, "आज जब राष्ट्रपति मुझे लेने आए तो मैं शर्मिंदा था। हम उनके अधीन काम कर रहे हैं, उनके पद की पवित्रता है लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि वह संविधान का सम्मान करते हैं लेकिन मूल्यों की बात करते हैं और कहा कि वह एक ग्रामीण के रूप में मेरा स्वागत करने आए थे। राष्ट्रपति के रूप में नहीं।”
परौंख को "मॉडल विलेज' है बनाना
परौंख को एक "मॉडल विलेज" के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें एक योग पार्क, ओपन-एयर जिम और अन्य सुविधाओं के साथ एक आंगनवाड़ी केंद्र है, जिसमें "पोषण वाटिका" है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दोपहर पहले कानपुर देहात के मिलन केंद्र परौंख गांव का दौरा किया। बता दें मिलन केंद्र राष्ट्रपति का पैतृक घर है जिसे सार्वजनिक उपयोग के लिए दान किया गया था और एक सामुदायिक केंद्र (मिलन केंद्र) में बदल दिया गया था। मिलन केंद्र महिलाओं को बुनाई, सिलाई, कढ़ाई और अन्य पाठ्यक्रमों जैसे नौकरी-उन्मुख पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षित होने में मदद करता है। पीएम और राष्ट्रपति ने गांव में व्यापक रूप से पूजनीय देवी पथरी देवी की पूजा की।
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