कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। UP Jhansi Medical College: झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में शुक्रवार की रात 10:30 बजे आग लग गई, जहां 54 नवजात शिशुओं का इलाज और निगरानी की जा रही थी। इनमें कुछ बच्चे तो ऐसे थे जो कुछ घंटे पहले ही जन्में थे। आग में 10 बच्चों की जलकर मौत हो गयी है। वहीं कई बच्चे घायल हैं जिनका उपचार हो रहा है। नवजात शिशुओं के 7 शवों की पहचान की गई है, 3 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अस्पताल पहुंचे और शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि आग के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच की जाएगी। इस बीच, अस्पताल प्रशासन द्वारा नवजात शिशुओं के शवों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं। यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा कि घटना की स्वास्थ्य विभाग स्तर पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं और प्रशासन द्वारा एक और जांच की जाएगी।

झांसी अस्पताल अग्निकांड पर प्रमुख अपडेट इस प्रकार हैं
1. उपमुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि जांच के दौरान अगर कोई चूक या लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
2. झांसी मेडिकल कॉलेज में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी... अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो लोग जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है।


3. डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि फरवरी में एक सुरक्षा ऑडिट किया गया था, और जून में एक अग्नि-सुरक्षा मॉक ड्रिल की गई थी।

4. यूपी के डिप्टी सीएमने आगे कहा कि राज्य सरकार अग्नि पीड़ितों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

5. "यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, हम इसके बारे में जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकते हैं...नवजात शिशुओं के 7 शवों की पहचान की गई है, 3 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है...नवजात शिशुओं के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी..

6. समाजवादी पार्टी ने इस दुखद घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, इसे मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही का नतीजा बताया है।

7. समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव ने दावा किया कि दोपहर में शॉर्ट सर्किट हुआ था, लेकिन इसे भी नजरअंदाज कर दिया गया।

8. "अगर इसे गंभीरता से लिया गया होता, तो यह घटना टाली जा सकती थी। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए..." उन्होंने आरोप लगाया।

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