लखनऊ (ब्यूरो)। मुख्य सचिव आरके तिवारी की पूर्णकालिक नियुक्ति के बाद शासन ने बुधवार को साफ सुधरी छवि वाले 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हितेश चंद्र अवस्थी को पूर्णकालिक डीजीपी बनाने का आदेश जारी किया है। योगी सरकार में सुलखान सिंह व ओपी सिंह के बाद हितेश चंद्र अवस्थी तीसरे डीजीपी हैं। वह प्रदेश के 58वें डीजीपी बने हैं। उनका कार्यकाल जून 2021 तक है। शासन ने 31 जनवरी को पूर्व डीजीपी ओपी सिंह के रिटायर होने पर वरिष्ठता सूची के आधार पर हितेश चंद्र अवस्थी को कार्यवाहक डीजीपी बनाया था। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की मंजूरी मिलने पर 33 दिनों के बाद उन्हें पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त किया गया।

यूपीएससी से मिली मंजूरी

हितेश चंद्र अवस्थी के पास डीजी विजिलेंस का भी प्रभार है। राजनीति शास्त्र से परास्नातक व एमफिल करने के बाद 26 अगस्त 1985 में भारतीय पुलिस सेवा में आए हितेश चंद्र अवस्थी छह जुलाई 2017 को डीजी इंटेलीजेंस बने थे। एसपी के पद पर उन्हें पहली तैनाती टिहरीगढ़वाल में जुलाई 1999 में मिली थी। अपने कार्यकाल में वह दो बार प्रतिनियुक्ति पर करीब 12 साल सीबीआई में अलग-अलग पदों पर कार्यरत रहे। वर्ष 2016 में डीजी के पद पर प्रमोट हुए अवस्थी डीजी टेलीकॉल, होमगार्ड, एंटी करेप्शन व ईओडब्ल्यू में भी रहे।

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