लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश सरकार ने एल -2 और एल -3 कोरोना अस्पतालों में भर्ती मरीजों को आइसोलेशन वार्डों में अपने साथ मोबाइल फोन रखने पर रोक लगा दी है। इससे कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। आदेशों के अनुसार दो मोबाइल फोन कोरोना हाॅस्पिटल सेंटर के वार्ड प्रभारी के साथ रहेंगे ताकि मरीज आवश्यकता पड़ने पर अपने परिवार के सदस्यों और प्रशासन से बात कर सकें। इसके अलावा, आदेशों में कहा गया है कि मरीजों के परिवार के सदस्यों को मोबाइल नंबरों को सूचित किया जाना चाहिए।
वार्ड प्रभारी के पास होंगे 2 फोन जिससे मरीजों के घरवालों से होगी बात
मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर जनरल केके गुप्ता ने पत्र के अनुसार, 'यह सूचित करना है कि एल -2 और एल -3 अस्पतालों में भर्ती रोगियों को कोरोना के फैलने के डर से मोबाइल इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा और इसीलिए आइसोलेशन वार्डों में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है'। बता दें कि ये लेटर सभी अधिकारियों और कोरोना वायरस से डील कर रहे अस्पतालों को लिखा गया था। दिए गए निर्देश में लिखा है, 'क्लीनिक में भर्ती कोरोना रोगियों का उनके परिवार के सदस्यों के साथ जरुरत पड़ने पर बातचीत होती रहे। इससे संक्रमण को रोका जा सकेगा और दो मोबाइल फोन कोरोना देखभाल केंद्र के वार्ड प्रभारी के साथ रखे जाएंगे। इससे मरीजों की बातचीत होती रहेगी।'
देश भर में अब तक 3720 मौतें हो चुकीं
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी नए आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश से कोरोनो वायरस के 5735 मामले सामने आए हैं। इनमें से 3238 ठीक, बाहर जा चुुके और अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं 152 मौतें भी दर्ज की गई हैं। वहीं देश की बात करें तो भारत में अब तक 125101 कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें से 69597 सक्रिय हैं। हालांकि 3720 लोग कोरोनो वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं।
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