लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSPL) के अध्यक्ष ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया का समाजवादी पार्टी (SP) में कोई औपचारिक विलय नहीं हुआ है लेकिन हां वह और उनकी पार्टी के उम्मीदवार SP के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे।
नया चुनाव चिन्ह स्टूल आवंटित किया गया
शिवपाल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी को एक नया चुनाव चिन्ह स्टूल आवंटित किया गया। इससे पहले, पीएसपीएल को अपने चुनाव चिन्ह के रूप में एक 'चाबी' आवंटित की गई थी। ऐसे में इस नए चुनाव को चिन्ह को जनता के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए बहुत कम समय बचा है। इस लिए अब समाजवादी पार्टी के सिंबल पर ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरेंगे।
अखिलेश यादव को उन्होंने अपना नेता माना
इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया और दोहराया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को उन्होंने अपने नेता के रूप में स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि जब मैंने अखिलेश को अपने नेता के रूप में स्वीकार कर लिया है तो उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने पर कोई भ्रम क्यों होना चाहिए? मैंने तय किया है कि हम सपा के निशान पर चुनाव लड़कर भारतीय जनता पार्टी को हरा देंगे।
भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी से हारी थीं अपर्णा
शिवपाल ने उन अटकलों का भी जवाब दिया कि उनकी बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अपर्णा को परिवार और एसपी में रहकर लोगों के लिए काम करना चाहिए। उसे निश्चित रूप से उचित समय पर इनाम मिलेगा। अपर्णा ने 2017 का चुनाव सपा के टिकट पर लखनऊ छावनी विधानसभा से लड़ा था, लेकिन भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी से हार गईं थीं।
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