वाशिगंटन (पीटीआई)। यूएन में अमेरिका के राजनयिक ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर चीन मसूद अजहर को यूएन में अपने वीटो का इस्तेमाल करके आगे भी बचाता रहा तो
सुरक्षा परिषद के अन्य जिम्मेदार सदस्यों को मजबूरन कोई दूसरा कदम उठाना पड़ेगा। अमेरिका के राजनयिक का यह बयान तब आया, जब चीन ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चौथी बार जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किये जाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। नाम न बताने की शर्त पर अमेरिकी राजनयिक ने कहा, 'यदि चीन अजहर को आगे भी यूएन में बचाता है तो जिम्मेदार सदस्यों को सुरक्षा परिषद में मजबूरन कोई दूसरा कदम उठाना पड़ सकता है, जो नहीं होना चाहिए।
चीन के फैसले से भारत निराश
भारत ने चीन के फैसले पर निराशा व्यक्त की है लेकिन कहा कि पुलवामा हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ न्याय पाने के लिए सरकार हर संभव कोशिश करेगी। सुरक्षा परिषद के एक अन्य राजनयिक ने कहा, 'यह चौथी बार है जब चीन ने इस ग्लोबल टेररिस्ट की सूची पर अपना अड़ंगा डाला है। चीन को सुरक्षा परिषद को यह काम करने से नहीं रोकना चाहिए।' बता दें कि जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 41 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 1267 प्रतिबंध समिति के तहत मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का एक नया प्रस्ताव दिया था, जिसे बुधवार को चीन ने चौथी बार खारिज कर दिया।
मसूद अजहर पर चीन को अमेरिका का दो टूक, अगर नहीं किया गया ग्लोबल टेररिस्ट घोषित तो फैलेगी अशांति
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