इलाज के दौरान हुई थी मौत

LUCKNOW (lucknow@inext.co.in)। सीबीआई ने मंगलवार को इन पांचों आरोपियों को उन्नाव जेल से लाकर स्पेशल कोर्ट में पेश किया। सीबीआई के विवेचक अनिल कुमार मिश्रा की ओर से लोक अभियोजक राम बाबू कन्नौजिया ने आरोपियों को पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्जी दी। उन्होंने बताया कि मामले की वादिनी ने चार अप्रैल को उन्नाव के माखी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिल्ली में रहने वाले उनके पति सुरेंद्र सिंह अपने मुकदमे के चलते तीन अप्रैल को उन्नाव आए थे। इसी दौरान सोनू, शैलू, बउवा व विनीत ने मारपीट करके घायल कर दिया और वादिनी के पति को बचाने आईं पुत्रियों व सास को भी मारा-पीटा गया। बाद में सुरेंद्र सिंह की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस पर पुलिस ने अतुल सिंह समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए हत्या की धाराओं की बढ़ोतरी की।

हथियारों की बरामदगी का दिया हवाला

लोक अभियोजक ने बताया कि सीबीआई ने 16 अप्रैल को मामला दर्ज किया है तथा विवेचना शुरू की, जिसमें पता चला कि इस घटना में आरोपियों की विशेष भूमिका है। इसलिए मामले की गहन विवेचना व साक्ष्य संकलन के लिए आरोपियों को रिमांड पर दिया जाना आवश्यक है। आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर साक्ष्यों को एकत्र करने के साथ ही सीएसएफएम टीम की मौजूदगी में घटना का रीक्रिएशन करके महत्वपूर्ण तथ्यों की पुष्टि के साथ हथियारों की बरामदगी भी करनी है। इस घटना में शामिल कई अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, लिहाजा इन आरोपियों से पूछताछ में अज्ञात आरोपियों के विषय में जानकारी करके शिनाख्त की जा सकती है। कोर्ट ने सीबीआई की अर्जी को स्वीकार करते हुए विवेचक को निर्देश दिया कि वह आरोपियों का मेडिकल कराएंगे और कस्टडी रिमांड के दौरान शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त नहीं करेंगे। वहीं वकील चाहें तो निश्चित दूरी बनाकर रखेंगे।

 

विधायक और भाई अतुल का कराएंगे सामना

उन्नाव रेप कांड में तेजी से जांच को आगे बढ़ा रही सीबीआई बुधवार को पहली बार विधायक के भाई अतुल सिंह व उसके साथियों से सीधे पूछताछ कर राज उगलवाने की कोशिश करेगी। सीबीआई दोनों का सामना भी कराएगी। इस दौरान पीडि़ता के पिता की हत्या के जुड़े कई अहम राज खुल सकते हैं साथ ही इस मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की भूमिका भी सामने आ सकेगी।  

 दोषियों को सजा मिलने के बाद करेंगे भाई का दसवां-तेरहवीं

विधायक के भाई की पिटाई से रेप पीडि़ता के पिता की मौत के बाद से इंसाफ मांग रहे परिजनों ने अंत्येष्टि के बाद के संस्कार अपनी इंसाफ की लड़ाई के लिए टाल दिए है। पीडि़ता के चाचा ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से फोन पर बातचीत में बताया कि 10 अप्रैल को उन्होंने अपने भाई की अंत्येष्टि कर दी। लेकिन, दसवां और तेरहवीं संस्कार नहीं किया। उन्होंने कहा कि जब तक भाई की हत्या के सभी आरोपी जेल नहीं जाते और उसके परिवार पर हुए जुल्मों में शामिल सभी लोगों को सजा नहीं मिल जाती है तब तक उनके भाई की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। बाकी संस्कार तभी करेंगे जब रेप व हत्या दोनों घटनाओं के सभी दोषी सलाखों के पीछे पहुंच जाएंगे।

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