धोनी ने नहीं किया है कोई अपमान
भारत को टी-20 और 50-50 ओवर का वर्ल्डकप जिताने वाले पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी अब सभी मैचों में बिना तिरंगे वाला हेलमेट पहनकर मैच खेलेंगे। माही ने यह निर्णय यूं ही नहीं लिया। इसके पीछे एक बड़ी वजह है तिरंगे को हेलमेट से हटाना भले ही कुठ क्रिकेट फैंस को नागवार गुजरे, मगर इसके पीछे के कारण को जानेंगे तो आप माही को सैल्यूट करेंगे। धोनी एक क्रिकेटर के अलावा इंडियन आर्मी में मानद अफसर भी हैं। ऐसे में वह देश का अपमान करेंगे, यह कोई सोच भी नहीं सकता।
सचिन ने शुरु की थी परंपरा
टीम इंडिया में हेलमेट पर तिरंगा लगाने की परंपरा महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शुरु की थी। सचिन के हेलमेट पर हमेशा तिरंगा लगा रहा। तेंदुलकर की इस परंपरा को आगे बढ़ाया धोनी और कोहली ने। अब ज्यादातर सभी क्रिकेटर अपने हेलमेट पर तिरंगा लगाते हैं। मगर धोनी अब इस लिस्ट से बाहर हो गए। माही ने यह जानबूझकर किया है क्योंकि वह तिरंगे को अपमान नहीं करना चाह रहे थे।
यह वजह है तिरंगा हटाने की
दरअसल धोनी एक बल्लेबाज के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर भी हैं। विकेटकीपिंग के दौरान माही को अक्सर हेलमेट पहनना पड़ता है। लेकिन जब स्पिन या स्लो गेंदबाजी होती है तो उन्हें हेलमेट उतारना पड़ता है। यह हेलमेट विकेटों के पीछे जमीन पर रखा जाता है। अब जब उसमें तिरंगा लगा हो तो उसे जमीन पर रखा जाना भी उचित नहीं है। धोनी को जब इस बात का अहसास हुआ तो उन्होंने तिरंगे का अपमान न हो इसीलिए सादा हेलमेट पहनना शुरु कर दिया।
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