कीव/इस्तांबुल (एपी)। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के अनुसार फिर से शुक्रवार को दोनों देशों के बीच बातचीत होना तय हुआ है, इसकी जानकारी यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य डेविड अराखामिया ने दी, जो संसद में गवर्निंग पार्टी के समूह का नेतृत्व भी करते हैं। इस्तांबुल में मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की जिसके बाद एक शांति समझौते की बात सामने आई। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वह शांति समझौते के साथ खुद को न्यूट्रल घोषित करेगा और जैसा मास्को की मांग थी यूक्रेन नाटो में शामिल होने के लिए नहीं कहेगा लेकिन बदले में सभी को सुरक्षा की गारंटी चाहिए। रूस ने यूक्रेन के इस प्रस्ताव पर सहमति जताई।
जेलेंस्की ने कहा धन्यवाद
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने व्हाइट हाउस को 500 मिलियन डॉलर की सहायता देने के लिए धन्यवाद दिया। लेकिन उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन से मैंने कहा था कि यूक्रेन को और ज्यादा की आवश्यकता थी। जेलेंस्की ने बुधवार को वीडियो जारी करते हुए कहा कि अगर हम सच में आजादी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक साथ लड़ रहे हैं, तो हमें इस कठिन मोड़ पर मदद मांगने का अधिकार है। बुधवार को 50 करोड़ डॉलर की सहायता की घोषणा से पहले, अमेरिका ने पिछले महीने युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन करीब 2 अरब डॉलर भेजे थे। जेलेंस्की ने कहा कि हम जानते हैं कि यह वापसी नहीं है, बल्कि खदेड़ने के परिणाम हैं। लेकिन हम यह भी देख रहे हैं कि रूस अब डोनबास पर नए हमलों के लिए अपनी सेना को एकत्रित कर रहा है और हम भी इसकी तैयारी कर रहे हैं।
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