नई दिल्ली (आईएएनएस)। उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को शनिवार को विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा। एनआईए ने बताया कि एक पाकिस्तानी नागरिक ने घौस मोहम्मद को कुछ कर के दिखाओ कहते हुए एक संदेश भेजा था, जिसका मतलब यह था कि अब हत्या को अंजाम देना है। दोनों आरोपी इस्लामिक स्टेट (आईएस) के संपर्क में भी थे। गौस आतंकवादी संगठन आईएस के नौ पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में था। उसे घटना से पहले पाकिस्तान से कई फोन आए। सूत्रों के अनुसार गौस के पकिस्तानी हैंडलर ने गौस को और अधिक आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने के लिए कहा था। इसके साथ ही गौस को उदयपुर के सेक्टर 11 में एक व्यवसायी को भी मारने के लिए कहा था। गौस की मदद करने के लिए दो व्यक्तियों मोहसिन और आसिफ को सभी टॉरगेट की रेकी करने के लिए कहा गया था।
पाकिस्तान से ली थी आतंकवादी ट्रेनिंग
साल 2014 में गौस कराची गया था जहां वह दावत के संपर्क में आया था। वहीं से गौस ई-इस्लामी संगठन टीआई के संपर्क में था। गौस ने वहां आतंकवाद का प्रशिक्षण लिया। इस घटना को गौस ने एक पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर किया। इसके बाद उसे एक वीडियो बनाने के लिए कहा गया जिसमें उसे यह दावा करना था कि यह इस्लाम का अपमान करने का बदला है। इस घटना ने पूरे देश में दहशत फैला दी और राजस्थान सरकार ने अप्रिय घटना से बचने के लिए तुरंत एक दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी।
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