दुबई (पीटीआई)। यूएई ने बृहस्पतिवार को घोषणा की है कि वह एक साल बाद यानी जुलाई 2020 में अरब जगत का पहला अंतरिक्ष यान 'होप प्रोब' मंगल पर भेजेगा। इस इस अंतरिक्ष कार्यक्रम एमिरेट्स मार्स मिशन (ईएमएम) के नाम से जाना जाएगा। इस मिशन का उद्देश्य मंगल ग्रह के वायुमंडल के ऊपरी सतह की जानकारी एकत्र करना होगा। इसमें हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैसों के घटते स्तर पर अध्ययन किया जाएगा। ध्यान रहे कि पानी के अस्तित्व के लिए दोनों गैसें जिम्मेदार हैं।
2021 में मंगल की कक्षा में पहुंचेगा अंतरिक्ष यान
यूएई स्पेस एजेंसी (यूएईएसए) और मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर (एमबीआरएससी) ने एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य में जानकारी दी कि यदि यह मिशन सफल रहता है तो यह अंतरिक्ष में पहला खोजी अभियान होगा जो लाल ग्रह यानी मंगल की सतह की तस्वीर धरती पर भेजेगा। इसमें कहा गया कि 'होप प्रोब' जुलाई 2020 के मध्य में लांच किया जाएगा। इस अंतरिक्ष यान के 2021 की पहली तिमाही में मंगल की कक्षा में पहुंचने की उम्मीद है। यह एक संयोग होगा कि उसी दौरान यूएई अपना गोल्डन जुबली वर्ष मना रहा होगा।
जापान से अंतरिक्ष में लांच होगा 'होप प्रोब'
बयान में कहा गया है कि यूएई मार्स मिशन 'होप प्रोब' जापान के तनेगशीमा स्पेस सेंटर से लांच किया जाएगा। यह अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह से 1,000 जीबी नया डाटा एकत्र करेगा। यूएई स्पेस एजेंसी के चेयरमैन तथा उच्च शिक्षा व एडवांस स्किल्स राज्य मंत्री डाॅ. अहमद बेलहौल अल फलासी ने कहा कि अंतरिक्ष खोजी अभियान 'होप प्रोब' की लांचिंग के साथ हम अरब और इस्लामिक उपलब्धियों का इतिहास रचने की ओर बढ़ रहे हैं। एमबीआरएससी चेयरमैन हमद ओबैद अल मंसूरी ने कहा कि अभियान के दौरान जो आंकड़े एकत्र किए जाएंगे इससे लाल ग्रह के बारे में जानकारी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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