मॉल में अभी भी बंदूक़धारियों ने कुछ लोगों को बंधक बनाकर रख छोड़ा है, जिन्हें सुरक्षाबल छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरउद्दीन ने एक ट्वीट में लिखा कि घटनास्थल पर मौजूद दो भारतीय राजनयिकों से मिली जानकारी के अनुसार घटना में दो भारतीय मारे गए हैं जबकि चार घायल हुए हैं.
कीनिया के राष्ट्रपति उहुरू केन्याटा ने कहा है कि मरने वालों में उनके परिवार के कुछ सदस्य भी शामिल हैं. बंदूक़धारियों ने अभी भी कुछ लोगों को बंधक बनाकर रखा हुआ है.
भारतीय परिवार का बयान
श्रीधर नटराजन नैरोबी में एक आई टी कंपनी में कार्यरत थे वहीं उनकी पत्नी मंजुला एक गृहणी है.
मंजुला की बहन विद्या कृष्णन ने दिल्ली में जारी एक बयान में कहा, "हमें बताया गया है कि मंजुला की हालत गंभीर है जबकि उनके पति श्रीधर नटराजन की गोली लगने से मौत हो गई. हमारे परिवार के लिए यह मुश्किल घड़ी है. हम ज़्यादा जानकारी पाने की कोशिश कर रहे हैं. हम विदेश मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो पूरी तरह हमारा सहयोग कर रहे हैं. इस मुश्किल वक़्त में अगर हमारी निजता का ख़्याल रखा जाए, तो बेहतर होगा."
सोमाली चरमपंथी संगठन गुट अल-शबाब के एक वरिष्ठ नेता ने बीबीसी को बताया कि इस हमले के पीछे उसका हाथ है.
अल-शबाब के अल-कायदा से संबंध हैं. गुट के अनुसार ये हमला सोमालिया में कीनिया की मौजूदगी के जवाब में किया गया.
सोमालिया के दक्षिण में क़रीब चार हज़ार कीनियाई सैनिक मौजूद हैं जहां वो 2011 से ही चरमपंथियों के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़े हुए हैं.
बंदूक़धारियों ने शहर के सबसे खास शॉपिंग सेंटरों में एक वेस्टगेट सेंटर पर हमला किया. इसके बाद दर्जनों दुकानदार भाग गए, जबकि कई लोग अभी भी शॉपिंग सेंटर के अंदर फँसे हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि शुरू में ये लूटपाट का मामला लग रहा था लेकिन बाद में यह पूरी तरह चरमपंथी हमले की तरह दिखने लगा.
सोमालिया के चरमपंथी समूह अल-शबाब ने कुछ दिन पहले ही हमले की धमकी दी थी. अल-शबाब सोमालिया में कीनिया द्वारा अपने सैनिक भेजने का विरोध कर रहा था.
अभी भी बंधक
अधिकारियों ने पूरी इमारत को घेर लिया है, ताकि बचे हुए दुकानदारों को वहां से सुरक्षित निकाला जा सके. घटनास्थल के पास ही एक सैनिक हेलीकॉप्टर को भी उतारा गया है.
पुलिस ने एएफपी न्यूज़ एजेंसी को बताया कि बंदूकधारियों ने कम से कम सात लोगों को बंधक बना लिया था.
हमले में दर्जनों लोगों के घायल होने की भी ख़बर है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावरों ने पहले ग्रेनेड से हमले किए और उसके बाद गोलीबारी शुरू की.
हमले के करीब छह घंटे के बाद कीनिया के गृह मंत्री जोसेफ ओले लेंकू ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है.
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