रावलपिंडी (मिड-डे)। एक ट्विटर यूजर ने रविवार को बताया कि रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में हुए बड़े धमाके में 10 लोग घायल हो गए हैं। क्वेटा के एक मानवाधिकार कार्यकर्ता अहसान उल्लाह मियाखेल का आरोप है कि सेना ने मीडिया को इस घटना को कवर करने से रोक दिया है। इसके अलावा मियाखेल ने यह भी दावा किया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा ब्लैक लिस्टेड आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) प्रमुख मसूद अजहर भी उसी सैन्य अस्पताल में भर्ती था, जहां विस्फोट हुआ। मियाखेल ने ट्वीट किया, 'रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में बड़ा धमाका, घायल हुए 10 लोगों को इमरजेंसी में शिफ्ट कराया गया है। मौलाना मसूद अजहर भी इसी अस्पताल में भर्ती है। यहां मीडिया को रोक दिया गया है और इस स्टोरी को कवर करने से मना किया गया है।'


ब्लास्ट का कारण नहीं चला पता
हालांकि, ब्लास्ट के पीछे का कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर का मानना है कि यह एक हमला था। कुछ यूजर्स ने बिल्डिंग से धुआं निकलते हुए वीडियो भी शेयर किया है। बता दें कि दुनिया भर में आतंक का पर्याय बने संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को यूनाइटेड नेशन ने मई में ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कर दिया था। पाकिस्तान अब मसूद को छिपाने का हर संभव प्रयास कर रहा है। मसूद अजहर भारत समेत कई देशों में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के करीब 41 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले के बाद भारत की मांग पर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 1267 प्रतिबंध समिति के तहत इसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का नया प्रस्ताव दिया था।

 

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