ट्विटर पर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के समर्थक उनकी तस्वीर के साथ ये संदेश पोस्ट कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर #ProudOfKejriwal हैंडल ट्रेंड कर रहा है.


नितिन गडकरी मानहानि केस में बॉन्ड न भरने की वजह से अदालत ने अरविंद केजरीवाल को छह जून तक न्यायिक हिरासत में भेजने का जब से आदेश सुनाया है तब से उनके समर्थक सोशल मीडिया पर उनके हक़ में मुहिम छेड़ हुए हैं.

लोगों ने लिखा कि "अरविंद केजरीवाल के राजनीति में आने का मक़सद ही इसे भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है."
कुछ लोगों ने लिखा कि "अरविंद केजरीवाल को जेल भेजना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है."

वहीं कुछ लोगों ने लिखा कि "देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए अरविंद केजरीवाल सड़कों पर उतरे, लोगों की लाठियां खाईं और अब जेल में हैं. और हम बाहर बैठकर उन पर चुटकुले कस रहे हैं. उनके मिशन का मज़ाक उड़ा रहे हैं."

केजरीवाल समर्थकों ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किए जाने की भी आलोचना की.

वहीं कुछ लोगों ने 'आप' पार्टी से इस्तीफ़े का ऐलान करने वाली शाज़िया इल्मी से अपील की कि वो बातचीत कर अपने मसले सुलझाएं.

केजरीवाल का 'मज़ाक'
वैसे इसी ट्विटर हैंडल पर केजरीवाल का मज़ाक उड़ाने वालों की भी कमी नहीं है.

अरविंद के तिहाड़ जेल जाने पर एक ट्विटर यूज़र ने टिप्पणी की, "अरविंद वहां पहुंच गए जहां उन्हें होना चाहिए. चलो, देर आए लेकिन दुरुस्त आए."
एक यूज़र ने लिखा, "जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं उस हिसाब से जल्द ही उन्हें ट्विटर का सीएम (मुख्यमंत्री) घोषित कर देना चाहिए."

एक पाठक ने लिखा, "‏शुक्रिया अरविंद. आपकी नौटंकी की वजह से हमारी ज़िंदगी में लुत्फ़ आ गया है. आपके बिना हमारी ज़िंदगी कितनी बोर हो गई थी. वैसे आपके पास क्या गडकरी के ख़िलाफ़ सचमुच कोई सुबूत है."

तो किसी पाठक ने लिखा, "अरविंद केजरीवाल पर गर्व? मगर किसलिए."

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