वाशिंगटन डीसी प्रशासन का अनुमान है कि रियल एस्टेट कारोबारी से राष्ट्रपति बनने जा रहे ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में 10 लाख से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं।
प्रत्येक चार साल पर निर्वाचित राष्ट्रपति को संयुक्त राज्य अमरीका के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाते हैं। शपथ 20 जनवरी को अमरीकी समय के हिसाब से ठीक दोपहर में दिलाई जाएगी। तब भारत में रात के साढ़े दस बज रहे होंगे।
अमरीका में पिछले 227 वर्षों से ऐसा समारोह मनाया जाता रहा है और इस दौरान नए राष्ट्रपति अमरीकी जनता और दुनिया को संदेश देते हैं।
(ये वही बाइबल है जिसका इस्तेमाल अब्राहम लिंकन ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान किया था।)
ट्रंप जब अमरीका के नए राष्ट्रपति की शपथ लेंगे को उनके पास एक नहीं बल्कि दो-दो बाइबल होंगी।
जैसा कि परंपरा है ट्रंप के पास एक बाइबिल वही होगी, जो 156 साल पहले अब्राहम लिंकन के पास राष्ट्रपति पद की शपथ लेते हुए थी।
समारोह के मुख्य आयोजक टॉम बराक ने बताया कि ट्रंप के पास एक और बाइबल भी होगी जो उन्हें उनकी मां ने 1955 में दी थी। ये बाइबल उन्हें अपनी मां से तब मिली थी, जब वो न्यूयॉर्क में ग्रेजुएट हुए थे।
बाइबल के साथ शपथ लेने की परंपरा अमरीका में 1789 में शुरू हुई थी।
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