बढ़े तानव के बावजूद होगी वार्ता
लंदन (एएफपी)। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने के मामले में 12 रूसियों पर आरोप तय हो चुका है लेकिन इससे डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच हेलिंसकी में होने वाली शिखर वार्ता पर कोई असर नहीं पड़ा है। दरअसल, व्हाइट हाउस ने अपने एक आधिकारिक बयान के जरिये साफ कर दिया है कि दोनों देशों के राष्ट्रपति के बीच मुलाकात तय समय सीमा पर ही होगी। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'रूसियों को लेकर दोनों देशों के बीच बढ़े तानव के बावजूद ट्रंप और पुतिन सोमवार को फिनलैंड की राजधानी हेलिंसकी में शिखर वार्ता करेंगे।'
12 खुफिया अधिकारियों के खिलाफ आरोप
बता दें कि 2016 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस पर दखल देने के आरोप लगाए गए थे लेकिन रूस ने इस मामले से साफ इनकार कर दिया था। इस मसले को लेकर बीते शुक्रवार को अमेरिका में रूस के 12 खुफिया अधिकारियों के खिलाफ आरोप तय कर दिया गया। इस कारण से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि ट्रंप और पुतिन की शिखर वार्ता रद हो सकती है। इस बीच रूस का एक आधिकारिक बयान यह आया कि वह अब भी इस वार्ता की आशा करता है। रूसी सलाहकार यूरी उशाकोव ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'हम ट्रंप से इस वार्ता की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि इन दिनों हमारे संबंध कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं लेकिन इसे सही जगह पर लाने के लिए एक शुरुआत तो करनी पड़ेगी।'
पहली बार मिलेंगे ट्रंप और पुतिन
बता दें कि पुतिन और ट्रंप 16 जुलाई को फिनलैंड की राजधानी हेलिंसकी में मिलेंगे। दोनों देशों के सलाहकार ने कुछ दिनों पहले एक दूसरे से मिलकर इस बात की पुष्टि की थी। आधिकारिक रूप से जारी बयान में कहा गया था कि दोनों देशों को किसी बात से आपत्ति ना हो इसके लिए वार्ता को किसी तीसरे देश में आयोजित किया जायेगा और इसकी तैयारी में कुछ हफ्ते लग सकते हैं। वैसे तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई बार अन्य देशों में एक दूसरे से मिल चुके हैं लेकिन ये ऐसा पहला मौका होगा जब पुतिन और ट्रंप आधिकारिक तौर पर किसी अन्य देश में शिखर बैठक करेंगे।
पुतिन और ट्रंप समिट के दौरान सीरिया समेत कई गंभीर मुद्दों पर करेंगे बातचीत
फिनलैंड की राजधानी हेलिंसकी में पहली बार मिलेंगे ट्रंप और पुतिन, ये होगी तारीख
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