कानपुर। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में खेला जा रहा। मैच को शुरु हुए अभी दो दिन ही बीता है और यह रोमांचक पड़ाव पर पहुंच गया। पिछले दो टेस्ट में जहां इंग्लिश गेंदबाज हावी थे तो इस बार बारी इंडियन पेसर्स की थी। भारत के पहली पारी में 329 रनों के जवाब में मेजबान इंग्लैंड 161 रन पर ही सिमट गया। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, ट्रेंट ब्रिज में भारत के खिलाफ इंग्लैंड का यह अभी तक का सबसे कम स्कोर है। इसकी वजह हैं हार्दिक पांड्या, जिन्होंने 6 ओवर में 5 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटने पर ला दिया।
नॉटिंघम में भारत का ऐसा है रिकॉर्ड
क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत ने नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान में पहला टेस्ट मैच साल 1959 में खेला था। तब भारत को पारी और 59 रन से करारी हार मिली थी। इस मैदान पर यह टीम इंडिया की सबसे बड़ी हार है। भारत ने यहां कुल 6 टेस्ट खेले जिसमें दो में हार मिली वहीं 3 मैच ड्रा रहे जबकि एक मैच भारत के नाम रहा था। पिछली बार टीम इंडिया एमएस धोनी की कप्तानी में ट्रेंटब्रिज में खेली थी तब वो मैच ड्रा रहा था। मगर इस बार परिस्थिति बिल्कुल अलग है, भारत मैच में मजबूत पकड़ बना चुका है और इंग्लिश बल्लेबाजी भी चल नहीं पा रही। उम्मीद है कि भारत यहां दूसरी जीत दर्ज कर इतिहास रच देगा।
राहुल द्रविड़ ने 2007 में दिलाई थी जीत
साल 2007 में भारत ने यहां एक टेस्ट मैच खेला था। तब टीम इंडिया की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। भारत तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड गया था। विश्व क्रिकेट में 'द वॉल' नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को उस वक्त कप्तानी का ज्यादा अनुभव भी नहीं था, इसके बावजूद उन्होंने तीन मैचों की यह सीरीज 1-0 से जीतकर इतिहास रच दिया। भारत ने सीरीज के पहले और तीसरे मैच को ड्रा कराया तो वहीं दूसरे मैच में 7 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम की। इस जीत के हीरो भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान थे जिन्होंने मैच में कुल 9 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटने पर ला दिया था।
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