स्मार्टफोन यानि डायबटीज का डाक्टर
जिंदगी का अहम हिस्सा बनते जा रहे स्मार्टफोन आने वाले दिनों में शरीर के अंगों की भूमिका भी निभाते हुए दिखेंगे। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जिसकी सहायता से आपका स्मार्टफोन डायबिटीज पीडि़त व्यक्ति का ब्लड शुगर जांचकर खुद इंसुलिन की खुराक देने में सक्षम हो सकेगा। अमेरिका की वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर डायबिटीज के वैज्ञानिकों ने पेन ड्राइव के आकार वाले सेंसर और पहनने लायक इंसुलिन पंप की मदद से कृत्रिम पैंक्रियाज जैसी व्यवस्था को बनाया है। प्रमुख शोधकर्ता कोवात्चेव ने बताया कि उनकी टीम 2006 से ही ऐसा कृत्रिम पैंक्रियाज बनाने की दिशा में काम कर रही थी। अब यह न सिर्फ बन चुका है, बल्कि स्मार्टफोन से इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। इस कृत्रिम पैंक्रियाज को इस साल अमेरिका में बड़े पैमाने पर क्लिनिकल परीक्षण के लिए उतारा जाएगा।
कैसे करेगा काम
हाथ, पैर या पेट पर कहीं भी पहना जा सकने वाला खास सेंसर हर पांच मिनट में मरीज के शरीर से ब्लड शुगर का डाटा एप के जरिये स्मार्टफोन तक भेजेगा। डाटा विश्लेषण करने के बाद जरूरत होने पर स्मार्टफोन इंसुलिन पंप को शरीर में इंसुलिन आपूर्ति का निर्देश देगा। इंसुलिन पंप बेल्ट या किसी भी कपड़े के साथ पहना जा सकेगा। यह बेहद बारीक सुई से शरीर में इंसुलिन की आपूर्ति करेगा। वैज्ञानिकों का दावा है कि सुई इतनी बारीक है कि मरीज को इसका एहसास भी नहीं होगा।