न्यूयॉर्क के ब्रॉंक्स इलाक़े में इस ट्रेन के पटरी से उतर जाने से चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि 60 से अधिक घायल हुए थे.
जाँचकर्ताओं के मुताबिक़ ट्रेन की रफ़्तार 30 मील प्रति घंटे होनी चाहिए थी लेकिन यह 82 मील प्रति घंटे की गति से चल रही थी.
मेट्रो नॉर्थ सेवा की यह ट्रेन पॉकिप्सी से न्यूयॉर्क शहर जा रही थी कि तभी स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े सात बजे एक मोड़ पर यह दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
राष्ट्रीय यातायात सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) इस बात की जाँच कर रहा है कि क्या किसी तकनीकी गड़बड़ी से यह हादसा हुआ या मानवीय भूल से ट्रेन की रफ़्तार तेज़ हुई.
एनटीएसबी के अधिकारी अर्ल वीनर ने सोमवार को कहा कि ऐसा लगता है कि मोड़ पर पहुंचने से पहले ही ट्रेन की रफ़्तार ज़्यादा थी. उन्होंने कहा कि मोड़ से पहले पटरी पर गति सीमा 70 मील प्रति घंटा है.
"मोड़ आने से पहले ही ट्रेन 82 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से चल रही थी. इससे कई सवाल पैदा होते हैं और यह ख़ौफ़नाक है"
-चार्ल्स शूमर, सीनेटर
न्यूयॉर्क के सीनेटर चार्ल्स शूमर ने ट्रेन की रफ़्तार को 'भयावह' बताया है.
सिस्टम और सिग्नल
शूमर ने कहा, "मोड़ आने से पहले ही ट्रेन 82 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से चल रही थी. इससे कई सवाल पैदा होते हैं और यह ख़ौफ़नाक है."
उन्होंने साथ ही कहा कि लगता है कि दुर्घटना के समय सभी सिस्टम और सिग्नल सही काम कर रहे थे.
वीनर ने कहा कि दु्र्घटनाग्रस्त होने से पहले ट्रेन नौ बार रुकी थी और अधिकारियों को अब तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि ब्रेक के साथ कोई समस्या थी.
उन्होंने कहा कि ट्रेन के ब्लैक बॉक्स से मिले शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि इंजन के ब्रेक दुर्घटना के बाद ट्रेन के रुकने से पांच सेकेंड पहले तक सही ढंग से काम कर रहे थे.
वीनर से साथ ही कहा कि इंजन का थ्रॉटल दुर्घटना के बाद ट्रेन के रुकने से छह सेकेंड पहले तक सही ढंग से काम कर रहा था.
जाँच अधिकारी अब भी ट्रेन के इंजीनियर और चालक दल के तीन सदस्यों के साथ पूछताछ कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने आगे की जाँच के लिए इंजन को किसी सुरक्षित केंद्र पर ले जाने की भी योजना बनाई है.
मानक प्रक्रिया
वीनर ने कहा कि ट्रेन के इंजीनियर के मोबाइल फ़ोन की भी जाँच की जा रही है जो कि एक मानक प्रक्रिया है.
इस दुर्घटना में इंजीनियर और सहायक परिचालक दोनों घायल हो गए थे.
वीनर ने कहा कि जाँच अधिकारियों ने साथ ही नजदीक के एक पुल से ट्रेन के पटरी से उतरने का निगरानी वीडियो भी हासिल कर लिया है लेकिन ये बहुत साफ़ नहीं है.
इस बीच दुर्घटना में मारे गए लोगों की शिनाख़्त डोना स्मिथ (54), जेम्स लोवेल (58), जेम्स फेरारी (59) और आह्न किसूक (35) के रूप में हुई है. इनमें से तीन के शव ट्रेन के बाहर से मिले थे जबकि एक शव ट्रेन के भीतर से मिला था.
घायलों में 11 की हालत नाज़ुक बनी हुई है. घायलों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने सीएनएन को बताया कि एक व्यक्ति की रीढ़ की हड्डी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है और संभव है कि उसे गर्दन से नीचे लकवा मार गया हो.
International News inextlive from World News Desk