फेसबुक:
आज फेसबुक एक सोशल नेटवर्क है जो लोगो को एक दूसरे से जुड़ने में मदद कर रहा है। स्मार्टफोन आने से तो इसका इस्तेमाल और ज्यादा बढ गया है। आज इस पर बच्चे से लेकर बड़े सभी एक्टिव रहते हैं। इससे लोग अपने दोस्तो, रिश्तेदारों से हमेशा सम्पर्क मे रह सकते है। इसका अविष्कार 2004 में हार्वर्ड के छात्र मार्क जुकरबर्ग ने किया था।
वर्ल्ड वाइड वेब:
WWWयानी वर्ल्ड वाइड वेब आज पूरी दुनिया को आपस में जोड़ने का काम कर रहा है। आज इसके बिना तो जैसे दुनिया ही अधूरी लगती है। आज यह एक बड़ी जरूरत बन गया है। इंटरनेट की दुनिया जैसे इसके बिना अधूरी सी लगती है। इसे W3 या वेब के नाम से भी जाना जाता है। वर्ल्ड वाइड वेब टिम बर्नर्स-ली द्वारा 1990 में आविष्कार किया गया था।
टेलीफोन:
टेलीफोन के बिना लगता आज के दौर में कुछ भी नहीं हो सकता है। आज पूरी दुनिया में इसकी जरूरत है। यह लोगों की जीवन शैली को काफी सरल बना रहा है। लोग मिनटों में अपने से सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठे इंसान के हाल-चाल ले लेते हैं। इसका अविष्कार 10 मार्च 1876 में अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने किया था। जिसने दुनिया बदल दी।
फाउंटेन पेन:
पेपर पेन का अविष्कार भी सफल रहा। आज पेन दुनिया में एक बड़ी जरूरत बन गया है। कंप्यूटर युग होने के बाद भी लोग साइन करने के लिए पेन का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में बतादें कि पेन में सबसे पहले फाउंटेन पेन का अविष्कार 953 में हुआ था। इसे मिस्र के खलीफा मोहम्मद अलमुइज ने बनाया था। उन्होंने ही इससे कागज पर लकीर खींची थीं।
हवाईजहाज:
हवाईजहाज का अविष्कार भी दुनिया के बड़े और सफल अविष्कारों में एक है। इंसान जमीन के साथ ही आसमान पर भी अपना परचम लहरा रहा है। कहा जाता है कि 17 दिसंबर 1903 को अमेरिका के कैरोलिना के समुद्र तट पर Write Brothers पहला जहाज बनाया था। आज जहाज दुनिया के कई देशों को मिनटों में आपस में जोड़ रहे हैं।
भाप का इंजन:
भाप के इंजन का अविष्कार आज दुनिया में एक बड़ी जरूरत के रूप में उभरा है। लगभग 200 सालों तक भाप के इंजन सवारियों को ढोते रहे। हालांकि अब तो इनके रूप बदल गए है। यह अविष्कार जेम्स वॉट ने किया था। सबसे खास बात तो यह है कि यह इंजन बनाने का आइडिया उनके दिमाग में चाय की केतली बनाते समय आया था।
आग:
आग आज इंसानी जीवन की एक बड़ी जरूरत बन गई है। इसके बिना तो आज शायद कुछ भी संभव नही है। आग का आविष्कार गुफाओं में रहने वाले हमारे पूर्वजों ने किया था। उन्होंने जब दो पत्थरों को आपस में रगड़ा तो उसे आग की चिंगारियां निकलने लगीं। जिससे सूखी खास आदि जलने लगी। इसके बाद उन्होंने इस तरह से आग का विस्तृत अविष्कार हुआ।
पहिया:
पहिया कितना जरूरी है आज यह तो शायद बताने की जरूरत ही न हो। आज इन पहियों के बल पर ही दुनिया का ट्रांसपोर्ट सिस्टम इतना बड़ा हो गया है। पहिए का अविष्कार भी हमारे उन पूर्वजों ने किया है, जो गुफओं में रहते थे। उन्होंने लकड़ी को काटकर पहियों के आकार में बनाया था। हालांकि आज पहिये रबर के पहिये बनने लगे हैं। जिनमें हवा भरी जाती है।
ऑटोमोबाइल:
ऑटोमोबाइल के बिना तो आज बेहतर इंसानी जीवन की कल्पना करना थोड़ा कठिन लगता है। आज ऑटोमोबाइल दर-दराजों के गांवों में भी पंहुच चुके हैं। इसका अविष्कार संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। इसके साथ ही इस अविष्कार को लेकर कहा जाता है कि सबसे पहली 1769 में बनाई गई ऑटोमोबाइल भाप से चलती थी।
बिजली:
बिजली का अविष्कार थॉमस एडिसन ने किया है। एक बार पतंग उड़ाते समय पतंग की डोर से उन्हें कुछ ऐसा महसूस हुआ। जिसके बाद उन्होंने विद्युत का अविष्कार किया था। इतना ही नही एडिसन ने ही इलेक्ट्रिक लाइट का सिस्टम डिजाइन किया था। जिससे मात्रा में बिजली डिवाइस तक पहुंचे। तस्वीरों में देखें अमेरिका की फर्स्ट लेडीज का फर्स्ट लुक
कॉटन:
आज कॉटन यानी कपास कितना जरूरी हो गया है। आज पूरी दुनिया में इसकी बड़ी खपत है। लंबे रेसे वाले इस कपास से ही कपड़ों का अविष्कार किया गया। इसके बाद आज पूरी दुनिया में कपास एक बड़ी जरूरी चीज बन गई है। भारत में कपास को 'सफ़ेद सोना' भी कहा जाता है। यहां पर इसकी करीब 14 किस्म का कपास पैदा होता है।
परफेक्ट टाइम पर कैमरा क्लिक हुआ एक बार, समझने के लिए देखना होगा तस्वीर बार-बार
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