टोक्यो (पीटीआई)। निराशाजनक प्रदर्शन के साथ ओलंपिक फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे शाॅट पुटर तजिंदर पाल सिंह तूर ने गुरुवार को कहा कि वह कलाई की चोट से जूझ रहे हैं। वह चोटिल कलाई के साथ ओलंपिक खेलने आए थे मगर अब उन्हें सर्जरी की जरूरत है।
तूर अपने पहले प्रयास में 19.99 मीटर का केवल एक लीगल थ्रो ही फें सके थे जिसके बाद वह ग्रुप ए क्वालिफिकेशन में 13वें और कुल मिलाकर 24वें स्थान पर रहे। इस परफाॅर्मेंस से वह अगले राउंड में क्वाॅलीफाई तो नहीं कर पाए मगर उनके जज्बे की तारीफ हो रही।
सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दी जानकारी
तूर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "मैं अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ को बढ़ाने का इरादा रखता था और सिर्फ एक प्रतिभागी नहीं बनना चाहता था, लेकिन मैं ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे सका।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं भारत में अपनी ओलंपिक योग्यता के बाद से ही अपनी कलाई की चोट से जूझ रहा हूं। फिर भी मैं इससे बचने की कोशिश कर रहा था लेकिन इससे उबर नहीं पाया।" तूर ने कहा कि वह अब चोटिल कलाई की सर्जरी के लिए जा रहे हैं।'
डाॅक्टर्स तीन साल पहले दे चुके थे सलाह
इंडियन शाॅट पुटन ने कहा, "डॉक्टरों ने मुझे ऑपरेशन के लिए तीन साल पहले सलाह दी थी। अब मैं इसके लिए जाऊंगा और मजबूत होकर वापस आऊंगा।" बाद में, यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) को इस चोट के बारे में बताया है, तूर ने कहा, "सब जानते हैं, वे (एएफआई) जानते हैं, मुख्य कोच भी जानतें है कि हड्डी बढ़ रही है।" तूर ने कहा, "यह 2015 से हो रहा है, कभी दर्द जाता है और कभी वापस आता है। 2018 एशियाई खेलों से दो महीने पहले दर्द हुआ था और यह चला गया और मैं एशियाई खेलों में खेला।"
बना चुके हैं रिकाॅर्ड
भारतीय एथलीट ने कहा कि दर्द 21 जून को पटियाला में भारतीय ग्रां प्री-4 के कुछ दिनों बाद फिर से शुरू हुआ, जहां उन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और 21.49 मीटर के बड़े थ्रो के साथ एशियाई रिकॉर्ड बनाया था। सात दिन बाद, उन्होंने पटियाला में उसी स्थान पर राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैंपियनशिप में 21.10 मीटर फेंका था।