टोक्यो (पीटीआई)। छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कॉम (51 किग्रा) का दूसरा ओलंपिक पदक जीतने का सपना टूट गया। मैरीकाॅम को टोक्यो ओलंपिक के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार मिली। वह 2016 ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इंग्रिट वालेंसिया से हार गईं। 38 वर्षीय दिग्गज, जो कई बार एशियाई चैंपियन हैं और 2012 के लंदन ओलंपिक की कांस्य विजेता हैं। उन्हें कोलंबियाई बाॅक्सर से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ उनका टोक्यो ओलंपिक का सफर भी यहीं खत्म हो गया।
हारने के बाद आंखों में आंसू
हार के बाद मैरी कॉम की आंखों में आंसू थे साथ ही उनके चेहरे पर एक मुस्कान भी थी। जब रेफरी ने बाउट के अंत में वालेंसिया का हाथ उठाया तब मैरीकाॅम इमोशनल हो गई। मैच की शुरुआत में वालेंसिया ने आक्रामकता दिखाई उससे साफ था कि मुकाबला हाई वोल्टेज का होगा और ठीक वैसा ही हुआ। दोनों एक दूसरे पर हमला कर रहे थे और वालेंसिया ने ऊपरी हाथ पकड़ लिया जब उसने शुरुआती दौर में 4-1 से जीत हासिल की। मणिपुर की इस दिग्गज खिलाड़ी ने दूसरे और तीसरे दौर में 2-3 के अंतर से दावा करने के लिए संघर्ष किया, लेकिन वालेंसिया ने शुरुआती दौर में जो मामूली बढ़त हासिल की, उसने अंतिम स्कोर को उसके पक्ष में कर दिया।
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— Boxing Federation (@BFI_official) July 29, 2021
London @Olympics 🥉medalist @MangteC put up a memorable fight but it wasn&यt to be, fell short as she goes down 2-3 against Rio #Olympics 🥉medalist 🇨🇴's Ingrit V in Round of 16 match of @Tokyo2020 . #RingKeBaazigar#boxing#Tokyo2020#Cheer4India#TeamIndia pic.twitter.com/d5RKpusKN6
पहली बार मैरीकाॅम को हराया वालेंसिया ने
मैरी काॅम ने इससे पहले 2019 विश्व चैंपियनशिप क्वार्टर फाइनल में वालेंसिया को हराया था और यह आइकन पर कोलंबियाई की पहली करियर जीत थी। मैरी कॉम की तरह, 32 वर्षीय वालेंसिया अपने देश के लिए एक दिग्गज खिलाड़ी हैं। वह ओलंपिक खेलों में कोलंबिया का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला मुक्केबाज हैं, साथ ही ओलंपिक पदक जीतने वाली देश की पहली महिला मुक्केबाज हैं।