बिना हाथ और पैर का है यह बच्चा
इंडोनेशिया के पेनवॉनगन गांव निवासी 11 साल के इस दिव्यांग का नाम टियो सटेरियो है। यह बचपन से ऐसा ही है। टियो की मां को यह अंदाजा ही नहीं था कि उनका बच्चा दिव्यांग पैदा होगा। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि टियो की लिखावट अपने साथ पढ़ सभी बच्चों से कई गुना बेहतर है। वह पेन को मुंह में दबा पर कापी पर लिखता है। टियो जब पैदा हुआ तो इस हालत के बारे में उसकी मां को दो-तीन दिनों तक नहीं बताया गया था। टियो की मां बताती हैं कि इसे सिर्फ ड्रेसअप करना होता है। इधर से उधर होने में इसकी सहायता करनी होती है। बाकी के सारे काम यह स्वयं करता है।
जन्म से ही नहीं है टियो के हाथ पैर
जब टियो पैदा हुआ तो वह स्वस्थ था। मैंने आधी रात में इसे जन्म दिया था लेकिन इसकी इस हालत के बारे में अस्पताल प्रशासन ने मुझे दो दिन बाद बताया था। जब टियो की हालत के बारे में उन्हें पता चला तो वो परेशान हो गई। वो और उनके पति दोनों टियो का अच्छे से ध्यान रखते हैं। इसके अलावा टियो भी उन्हें अन्य बच्चों के मुकाबले कम तंग करता है। स्थानीय प्रशासन से वो कई बार टियो की मदद के लिए गुहार कर चुके हैं। टियो के पिता कहते हैं कि हम दोनों कहीं भी कोई भी काम नहीं कर सकते क्योंकि अगर हम काम करने लगे तो टियो का ध्यान नहीं रखा जा सकेगा।
हर रोज जिंदगी को करता है चैलेंज
एक साल हो चुका है परिवार को किसी भी तरह की कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है। पहले तो टियो स्कूल भी नहीं जाता था पर अब उसे स्कूल भेजा जाने लगा है। वो गणित और धार्मिक शिक्षा में काफी होशियार भी है। जब टियो स्कूल नहीं जाता तो वो प्ले स्टेशन पर गेम खेलता है। वो अपने दोस्तों को चैलेंज भी करता है। वह गेम में जीतता भी है। जहां लोग अपने जीवन में छोटी छोटी दिक्कतों से परेशान हो जाते हैं वहीं टियो रोज ऐसी दिक्कतों को दरकिनार कर अपनी जिंदगी को हर रोज चैलेंज करता है।